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क्या रिवॉल्वर पिस्टल की गोली में होता है जहर, आखिर कैसे हो जाती है मौत

How to Die From Gunshot: बंदूक से निकलने वाली मात्र 3-4 मिमी गोली एक अच्छे-खासे और लंबे-चौड़े इंसान की जान लेने के लिए काफी है। आखिर बंदूक, रिवॉल्वर और पिस्टल की गोली में ऐसा क्या होता है जो इंसान का खून गर्म और इंसान को ठंडी लाश बना देती है। प्राइमर, बुलेट और खोखा से लोगों की मौत हो जाती है।

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लखनऊ

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Snigdha Singh

Apr 19, 2022

How and Why People Die After Bullet Gun injuries

How and Why People Die After Bullet Gun injuries

असल जिंदगी में नहीं तो फिल्मी दुनिया में तो अक्सर देखा ही होगा कि गोली लगने से अधिकतर लोगों की मौत हो जाती है। 3-4 मिमी की बुलेट एक 5-7 फीट की इंसान की ही नहीं बल्कि अच्छी खासे बड़े जानवर की भी जान ले लेती है। लेकिन क्या कभी आपके दिमाग में भी ये सवाल आता है कि एक छोटी सी बुलेट शरीर के अंदर जाने मात्र से कैसे मौत हो सकती है। लेकिन ऐसा भी होता है कि वही बुलेट लगने से कभी कभी इंसान बच भी जाता है। इस पर विशेषज्ञों ने बुलेट में इस्तेमाल होने वाले पदार्थ वस्तुओं और इंसान के शारीर में गोली लगने की जगह के आधार पर मृत्यु की वजह बताई है। मृत्यु होने और न होने की वजहों पर पेश है एक रिपोर्ट।

पिस्टल और रिवॉल्वर से कैसे चलती है बुलेट

पहले जान लीजिए कि बंदूक का ट्रिगर दबने पर जो कार्टिज निकलती है, उसके तीन हिस्से होते हैं। प्राइमर, खोखा या केस और बुलेट। कार्टिज का सबसे पिछला हिस्सा प्राइमर होता है। ये ही फायरिंग के वक्त बारूद में विस्फोट करता है। बीच में खोखा होता है, इसी में गन पाउडर भरा होता है। गोली चलते ही ये खोखा बंदूक से निकलकर गिर जाता है। अब आता है वो हिस्सा जो किसी इंसान के शरीर को चीरता अंदर घुस जाता है। कार्ट्रिज के सबसे आगे वाले हिस्से को बुलेट कहते हैं। ये लेड या सीसे की बनी होती है। जब बंदूक का ट्रिगर दबाया जाता है ,तो प्राइमर पर तेज से चोट लगती है। इस टक्कर से बुलेट केस में चिंगारी उत्पन होती है और खोखे के बारूद में विस्फोट हो जाता है। तेज रफ्तार से खोखे से निकलकर बुलेट लग जाती है।

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कैसे गोली लगने से हो जाती है मौत

एक्सपर्ट सिद्दकी के अनुसार बुलेट का अगला हिस्से में लगा लेड या सीसा एक जहरीला पदार्थ होता है। हालांकि, इससे मौत होने की संभावना कम होती है। बता दें कि गोली से मौत होने के कई कारण होते हैं। एक बुलेट तेज रफ्तार के साथ एकदम सीधी शरीर के अंदर घुसती है। अपने रास्ते में आने वाली जिस्म की खाल और शरीर के अंदर के अंगों को चीरती हुई बाहर निकल जाती है। कई बार हड्डी से टकराकर शरीर में भी धंसी रह जाती है। ऐसे में गोली लगने पर शरीर से खून निकलना शुरू हो जाता है। ज्यादा खून बह जाने पर इंसान की मौत हो जाती है। कई बार ऐसे पार्ट पर गोली लग जाती है, जिससे तुरंत ही शरीर निष्क्रिय पड़ने लगता है। बुलेट शरीर में जब घुसती है तो काफी गर्म होती है। ऐसे में अंग डैमेज भी हो सकते हैं, जो बाद में मौत का कारण बनते हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार ज्यादातर मामलों में खून का अधिक रिसाव और इंफेक्शन ही मौत का कारण बनते हैं।

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इन अंगों पर गोली लगने से ज्यादा होता है खतरा

विज्ञान में आपने वाइटल ऑर्गन हृदय, दिमाग, किडनी, लीवर के विषय में जरूर पढ़ा ही। इन अंगों पर गोली लग जाए तो व्यक्ति का बचना मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा हाथ या पैर को गोली छूकर निकल जाए तो बच सकते हैं। बशर्ते कि शुरुआती दस मिनट में आपको सही इलाज मिल जाए। डॉक्टर्स कहते हैं कि गोली लगने के बाद मौत की सबसे बड़ी वजह ब्लड का बहना होता है। ब्लड जितनी मात्रा में निकलेगा उतनी जल्दी जान जा सकती है।

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गोली लगने के बाद आखिर शरीर में होता क्या है

शरीर में गोली लगने के बाद बुलेट की वजह से खून बहने लगता है। फिर बारूद की वजह से शरीर में इंफेक्शन भी होने लगता है। गोली लगने पर इंसान के शरीर में इतनी गर्मी पैदा होती है कि वह उसे बर्दाश्त नहीं कर पाता। कभी-कभी गोली लगने से कुछ ऐसे अंग डैमेज हो जाते हैं, जिनके बिना इंसान जिंदा नहीं रह सकता और व्यक्ति की मौत हो जाती है।

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