क्या है माउजर गन माउजर एक जर्मन कंपनी का नाम है जो कि बोल्ट एक्शन राइफल तथा सेमी-ओटोमैटिक हैंडगन्स का निर्माण करती है। इसके द्वारा निर्मित हथियार बहुत उच्च गुणवत्ता के माने जाते हैं। माउजर की मैगजीन ट्रिगर के आगे लगती थी। जबकि सामान्यतया सभी पिस्तौलों में मैगजीन ट्रिगर के पीछे और बट के अन्दर होती है। इस पिस्तौल का एक अन्य मॉडल लकड़ी के कुन्दे के साथ सन 1916 में बनाया गया। बता दें कि इसकी प्रभावी मारक क्षमता 150 से 200 मीटर तक है। माउजर गन में 7.63x25 मिमी साइज के कारतूस इस्तेमाल किये जाते हैं। जबकि 0.32" बोर के रिवॉल्वर में 7.65x25 मिमी साइज के कारतूस प्रयुक्त होते हैं। 0.32" बोर रिवॉल्वर के कारतूस माउजर के कारतूसों के मुकाबले 0.02 मिमी ही अधिक होते हैं। नाल की लंबाई 140-99 मिमी होती है। एक बार में 6, 10 और 20 गोलिया चल सकती हैं।
कुछ ऐसे काम करती है पिस्टल पिस्टल एक फुल ओटोमेटिक हैंडगन है। इसे बार-बार लोड नहीं करना पड़ता । इसमें एक मैगजीन होती है, जिसमें अमुमन बीस गोलियां या कारतूस भरे जा सकते हैं। इसे एक बार लोड करके जब तक मैगजीन खाली न हो जाय इससे लगातार फायरिंग किया जा सकता है। मैगजीन खाली होने पर उसे बदल कर तुरंत फायरिंग फिर जारी रखा जा सकता है। पिस्टल की बैरल काफी छोटी होती है और इसकी लंबाई 10 इंच से ज्यादा नहीं होती। आमतौर पर यह 50 मीटर तक फायर कर सकती है।
क्या है रिवॉल्वर की खासियत रिवाल्वर भी एक हैंड गन है। परंतु इसमें पिस्तौल की तरह गोलियां या कारतूस भरने के लिए मैगजीन की बजाय एक ठोस सिलेंडर टाईप चकरी लगी होती है। इसमें गोलियां भरने के लिए स्थान बना हुआ होता है। इसलिए इसे व्हील-गन भी कहते हैं। एक "स्टैंडर्ड रिवाल्वर" में अधिकतम छः कारतूस भरे जा सकते हैं। लगातार छह फायर किए जा सकते हैं। इसमें एक रिवॉल्विंग सिलेंडर लगा होता है। जिसमें गोलियां सेट करनी पड़ती हैं। फायर करने से पहले सिलेंडर घुमाया जाता है ताकि ट्रिगर पॉइंट के सामने गोली आ जाए और हिट होने के साथ ही फायर हो जाए।