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जानिए – यूपी के कौन से शहर हैं डायबिटीज के निशाने पर

खनऊ, कानपुर और गाजियाबाद में मधुमेह का प्रकोप सबसे अधिक है।

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लखनऊ

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Laxmi Narayan

Nov 13, 2017

World Diabetes Day

लखनऊ। मधुमेह इस समय दुनिया में सबसे खतरनाक बीमारियों में से एक बन चुकी है। महिलाओं में यह बीमारी बेहद खतरनाक रूप लेती जा रही है। मधुमेह के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने के मकसद से दुनिया के 230 देशों में 14 नवंबर को कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे और कई नए अभियानों की शुरुआत होगी। पूरी दुनिया में बीस करोड़ से अधिक महिलाएं इस बीमारी की चपेट आ चुकी हैं। इस वर्ष 'वूमेन एण्ड डायबिटीज' विषय पर केंद्रित रहते हुए मधुमेह दिवस और उससे जुड़े कार्यक्रमों का आयोजन होना है। लखनऊ के किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के प्रोफेसर नरसिंह वर्मा ने बताया कि उत्तर प्रदेश में यह बीमारी भयावह रूप लेती जा रही है।

लखनऊ, कानपुर और गाजियाबाद में सबसे अधिक है प्रकोप

रिसर्च सोसायटी फॉर द स्टडी ऑफ डायबिटीज इन इण्डिया के यूपी चैप्टर के सचिव प्रोफेसर नरसिंह वर्मा ने बताया कि पूरी दुनिया में 42 करोड़ से अधिक लोग मधुमेह की चपेट में आ चुके हैं जिनमें से 73 लाख लोग भारत में हैं। उत्तर प्रदेश में मधुमेह का प्रसार लगभग दस प्रतिशत है और प्री डायबिटीज लगभग 13 प्रतिशत है। उत्तर प्रदेश में हुए अध्ययन में सामने आया है कि लखनऊ, कानपुर और गाजियाबाद में मधुमेह का प्रकोप सबसे अधिक है। देवरिया और फैजाबाद पर मधुमेह का असर सबसे कम है।

मधुमेह विजय अभियान की होगी शुरुआत

प्रोफेसर वर्मा ने बताया कि उत्तर प्रदेश में प्री डायबिटीज की स्थिति बेहद भयावह रूप ले चुकी है, जिन्हें प्रयास कर डायबिटीज का रूप लेने से रोका जा सकता है। उन्होंने बताया कि रिसर्च सोसायटी फॉर द स्टडी ऑफ डायबिटीज इन इण्डिया के उत्तर प्रदेश शाखा के चेयरमैन व अन्य सक्रिय सदस्यों के सहयोग से मधुमेह विजय नामक एक बहुआयामी कार्यक्रम प्रस्तावित किया गया है, जिसे जल्द ही शुरू किया जाएगा। इस अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर विद्यार्थियों के वजन और शारीरिक पैरामीटर की जानकारी ली जाएगी। इसके साथ ही उन्हें भविष्य में बीमारियों से बचने के टिप्स दिए जायेंगे।