
यूपी में बनेगी देश का सबसे बड़ा डाटा सेंटर, 75 हजार युवाओं को मिलेगा रोजगार
लखनऊ. उत्तर प्रदेश सरकार (UP Government) यूपी में सबसे बड़ा डाटा सेंटर (Data Center) खोलने जा रही है। सरकार के इस फैसले से प्रदेश के 75 हजार युवाओं को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रुप से रोजगार (JOB) मिलेगा। इसके लिये सरकार ने डाटा सेंटर पॉलिसी (Data center policy) का मसौदा तैयार कर लिया है। प्रस्तावित नीति में डाटा सेंटर पार्क (Data center park) स्थापित करने पर निवेशकों को वित्तीय रियायत व सुविधाएं देने का प्रस्ताव है। सरकार 500 मेगा वाट का डाटा केंद्र व 10 हजार एकड़ में सोलर पार्क की स्थापना कराना चाहती है। प्रस्तावित नीति में डाटा सेंटर पार्क व डाटा सेंटर इकाई के लिए सरकारी संस्थाओं से ली जाने वाली जमीन पर सर्कल रेट पर 25% की छूट का प्रस्ताव है। इसके अलावा फ्लोर एरिया अनुपात में छूट दी जाएगी। जमीन की कीमत अदा करने के लिए चरणबद्ध तरीके से 10 वर्ष का समय देने का प्रस्ताव है। इसी तरह खरीदी गई या पट्टे पर ली जाने वाली जमीन पर 100% स्टांप ड्यूटी इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी में 20 वर्ष तक शत-प्रतिशत छूट देने की योजना है। सरकार निवेश के शुरुआती 5 वर्ष एसजीटी की 100% तथा इसके अगले 5 वर्ष तक 60% प्रतिपूर्ति करने का विचार कर रही है। डाटा सेंटर पार्क को दो ग्रिड से बिजली उपलब्ध कराने की योजना है ताकि प्राकृतिक आपदा से बिजली आपूर्ति प्रभावित ना हो।
डाटा के क्या हैं स्रोत (What are the sources of data centre)
व्यक्तिगत जानकारी, फिंगरप्रिंट, रेटिना, डिटाइजेशन व कंप्यूटराइजेशन, व्यक्तिगत सामाजिक जानकारी, व्यक्तिगत राजनीतिक अभिमत, धार्मिक प्रवृत्ति और रुझान, खाद्य फोटो, जीवन शैली, ऑडियो विजुअल सृजनशीलता, पेशेवर व व्यवसायिक सूचना, बैंकिंग, क्रय-विक्रय रुझान, ई-कॉमर्स, रोग निदान, झुकाव व्यवस्था, पर्यटन व प्रौद्योगिकी
क्या है लक्ष्य
- 75 हजार करोड़ से अधिक का निवेश
- 75 हजार से अधिक प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोजगार
- 2 करोड़ टेराबाइट डाटा स्टोर करने की क्षमता
- डाटा एनालिटिक्स, क्लाउड कंप्यूटिंग आदि से निवेश व रोजगार सृजन
- डाटा सेंटर उद्योग के योगदान से सरकारी राजस्व में वृद्धि
- यूजर्स के उपयोग से उत्पन्न डाटा का भारतीय सीमा में संरक्षण
- डिजिटल इंडिया के तहत ई-गवर्नेंस सेवाओं के सहज पहुंच के लिए क्लाउड आधारित एप्लीकेशन सेवाओं को बढ़ाना
क्या है डाटा सेंटर (What is data center)
यह नेटवर्क से जुड़े हुए कंप्यूटर सर्वर (Computer server) का एक बड़ा समूह है जो कि बड़ी मात्रा में डाटा के भंडारण प्रसंस्करण या वितरण के लिए संस्थाओं द्वारा उपयोग किया जाता है। प्रदेश में फेसबुक, टि्वटर, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, यूट्यूब व जीमेल आदि के करीब चार करोड़ उपयोग करता हैं। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण के जरिए करीब 20 करोड़ लोगों का आधार कार्ड बन चुका है। बैंकिंग, खुदरा व्यापार, स्वास्थ्य सेवा, यात्रा पर्यटन व अन्य तरह के ट्रांजैक्शन। इसके अलावा हैं डाटा के व्यापार से अमेज़न, एप्पल, गूगल, फेसबुक, माइक्रोसॉफ्ट आदि वित्तीय रूप से दुनिया की सबसे सुदृढ़ कंपनियां बन गई हैं।
Updated on:
03 Aug 2019 01:13 pm
Published on:
03 Aug 2019 12:53 pm
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