8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

भारतीय सेना को मिले 456 जांबाज ऑफिसर, 35 विदेशी कैडेट भी पासआउट

IMA passing out parade:भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में पासिंग आउट परेड पूरी होते ही सेना को 456 जांबाज युवा अफसर मिल गए। साथ ही मित्र राष्ट्रों के भी 35 जैंटलमैन कैडेट परेड में पासआउट हुए हैं। युवा अफसरों के परिवार सहित पूरे देश के लिए ये गर्व का क्षण रहा।

2 min read
Google source verification

लखनऊ

image

Naveen Bhatt

Dec 15, 2024

Passing out parade held at IMA Dehradun

आईएमए देहरादून में पासिंग आउट परेड हुई

IMA passing out parade:देश की सीमाओं की रक्षा के लिए भारतीय सेना को 456 जांबाज युवा अफसर मिले हैं। शनिवार को उत्तराखंड के देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) से पासआउट परेड का आयोजन किया गया। नेपाल सेना प्रमुख जनरल अशोक राज सिग्देल ने रिव्यूइंग ऑफिसर के तौर पर परेड की सलामी ली। आईएमए के 155वें नियमित, 138वें तकनीकी ग्रेजुएट कोर्स, 53वें स्पेशल कमीशंड ऑफिसर और 44वें टेक्निक इंट्री स्कीम कोर्स की शानदार पासिंग आउट परेड संपन्न हुई। पीओपी के बाद पीपिंग और शपथ सेरेमनी में युवा अफसरों ने भाग लिया। नेपाल के सेना प्रमुख ने पदक विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए। उन्होंने जतिन कुमार को स्वॉर्ड ऑफ ऑनर, प्रथम सिंह को गोल्ड मेडल, जतिन कुमार को सिल्वर, मयंक ध्यी को ब्रांन्ज, चिराग यादव को सिल्वर (टीजीसी)महिपाल सिंह को सिल्वर (टीईएस)पदक देकर सम्मानित किया।

66 हजार कैडेट दे चुका है आईएमए

आईएमए के नाम देश-विदेश की सेना को 66 हजार 119 युवा सैन्य अफसर देने का गौरव जुड़ गया। इनमें मित्र देशों को मिले 2988 सैन्य अफसर भी शामिल हैं। पीओपी के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रही। चप्पे-चप्पे पर सेना के जवान तैनात थे। आईएमए परिसर के बाहरी हिस्से पर सुरक्षा का जिम्मा सेना के साथ देहरादून पुलिस ने संभाला था। आईएमए में पीओपी के दौरान सुबह सात बजे से लेकर दोपहर साढ़े 12 बजे तक पंडितवाड़ी से प्रेमनगर तक जीरो ट्रैफिक जोन रहा। आईएमए सहित पूरे देश को इस पल ने गौरवान्हित किया।

ये भी पढ़ें- उत्तराखंड में दिखा दुर्लभ हिम तेंदुआ, पूर्व में भी मौजूदगी के मिले थे प्रमाण

देश के लिए गौरव का पल

देहरादून में शनिवार का दिन भारत ही नहीं, बल्कि उन सभी माता-पिता के लिए भी गौरव का क्षण रहा, जिन्होंने बेटों को सैन्य अफसर की वर्दी में देखा। पीपिंग सेरेमनी के दरमियान युवा अफसरों के अभिभावकों की आंखें खुशी से छलक पड़ीं। कुछ देर पहले परेड मैदान में जो नौजवान भारत की आन, बान और शान की रक्षा के लिए सीना तानकर कदमताल कर रहे थे, वह परिजनों से आशीर्वाद लेते दिखे। हजारों लोग इस पल के साक्षी बने।