
Akhilesh Yadav
लखनऊ. जम्मू-कश्मीर (Jammu & Kashmir) से अनुच्छेद 370 (Article 370) के हटाने पर विपक्ष तितर-बितर दिख रहा है। कांग्रेस (Congress), समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) व अन्य दलों के कुछ नेता जहां इसके समर्थन में हैं तो कुछ ने इस प्रस्ताव को गैर संवैधानिक करार दिया है। कांग्रेस नेत्रतव इस फैसले के पक्ष में नहीं है, लेकिन विधायक अदिति सिंह (Aditi Singh) जैसे कांग्रेस सदस्य के सुर उनसे मेल नहीं खा रहे। यही हाल समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में भी देखने को मिला है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को लोकसभा (Lok Sabha) में अनुच्छेद 370 ए (Article 370 A) के विरोध में आवाज उठाई। लेकिन मुलायम की छोटी बहू पार्टी लाइन से हटकर भाजपा के प्रस्ताव का समर्थन करती दिखीं। उधर बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने भी इस फैसले का समर्थन दिया है।
मायावती ने कहा यह-
सपा और कांग्रेस नेत्रत्व से इतर बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायवाती (Mayawati) ने केंद्र सरकार के प्रस्ताव का समर्थन किया है। राज्य सभा सांसद सतीश चंद्र मिश्र (Satish Chandra Mishra) ने सोमवार को ही अपना समर्थन देने की बात कह दी थी। वहीं मंगलवार को मायावती ने सोशल मीडिया के जरिए अपनी सहमति जाहिर की। उन्होंने कहा कि संविधान की ’सामाजिक, आर्थिक व राजनैतिक न्याय’ की मंशा को देश भर में लागू करने हेतु जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा सम्बंधी धारा 370 व 35ए (35 A) को हटाने की मांग काफी लम्बे समय से थी। अब बीएसपी उम्मीद करती है कि इस सम्बंध में केन्द्र सरकार के फैसले का सही लाभ वहाँ के लोगों को आगे मिलेगा। इसी प्रकार, जम्मू-कश्मीर के लेह-लद्दाख को अलग से केन्द्र शासित क्षेत्र घोषित किए जाने से ख़ासकर वहाँ के बौद्ध समुदाय के लोगों की बहुत पुरानी मांग अब पूरी हुई है, जिसका भी बीएसपी स्वागत करती है। इससे पूरे देश में विशेषकर बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के बौद्ध अनुयाई काफी खुश हैं।
अपर्णा यादव सरकार के फैसले से खुश-
लोकसभा में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ऊंचे स्वर में भारतीय जनता पार्टी पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार पाक अधिकृत कश्मीर के बारे में भी बताये। साथ ही बतायें कि नागालैंड और मिजोरम की खुशियां कब लौटाएंगे। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि देश की एकता और अखंडता को मजबूती प्रदान करने की दिशा में उठाए गए किसी भी कदम का स्वागत है, लेकिन लोकतंत्र में छल, कपट, बल का उपयोग लोकतांत्रिक नियमों का उल्लंघन है। वहीं उनके छोटे भाई पत्नी अपर्णा यादव ने इस प्रस्ताव पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने 5 अगस्त को ऐतिहासिक दिन बताते हुए कबा कि अराजक तत्वों का दमन नागपंचमी के शुभ दिन पर हुआ इससे और भी खुशी है। देश की अखंडता और सौहार्द के लिए आवश्यक निर्णय। इसको हिंदू मुसलमान अलगाव के चश्मे से ना देखें।'
कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने खुद को बताया हिंदुस्तानी-
गुलाम नबी आजाद, राहुल समेत तमाम वरिष्ठ नेताओं ने अनुच्छेद 370 पर नरेंद्र मोदी सरकार का समर्थन नहीं किया है, लेकिन अदिति सिंह ने बयान देकर सभी को हौरान कर दिया है। उन्होंने कहा कि मैं मोदी सरकार के फैसले का पूर्ण समर्थन करती हूं। इससे जम्मू-कश्मीर के लोगों को मुख्यधारा में शामिल होने में मदद मिलेगी। यह ऐतिहासिक फैसला है, जिसका राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। मैं एक विधायक के रूप में इस फैसले का स्वागत करती हूं। यहीं नहीं उनके इससे जुड़े एक पोस्ट पर यूजर ने लिखा कि आप कांग्रेसी हैं, तो इसके जवाब में अदिति ने कहा कि मैं एक हिंदुस्तानी हूं।
Published on:
06 Aug 2019 05:45 pm
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