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गुणवत्ता पर उठे सवाल: 80 लाख खर्च, फिर भी दीवार पर दरार

जिला चिकित्सालय परिसर में लाखों की लागत से नवनिर्माण तो कराया जा रहा है, लेकिन निर्माण की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है, इससे निर्माण होने के कुछ दिनों बाद ही भवन में दरारें आ रही है। ताजा मामला जिला क्षय निवारण केन्द्र के भवन का है।

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जिला चिकित्सालय परिसर में लाखों की लागत से नवनिर्माण तो कराया जा रहा है, लेकिन निर्माण की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है, इससे निर्माण होने के कुछ दिनों बाद ही भवन में दरारें आ रही है। ताजा मामला जिला क्षय निवारण केन्द्र के भवन का है।


मार्च 2014 में करीब अस्सी लाख की लागत से जिला क्षय निवारण केन्द्र (टीबी क्लिनिक) के नए भवन का निर्माण कराया तथा 11 मार्च 2014 को भवन हैंडओवर किया गया। इसके कुछ दिनों बाद ही उसमें जगह-जगह दरारें आ गई, अधिकारियों को जानकारी दी तो मरम्मत करा दी, लेकिन वह भी ज्यादा दिन नहीं चली। अब फिर फर्श बैठ गया, दीवारों में दरारें आ गई।


नए भवन में भी पुराने भवन की तरह ही दरारें आ रही है, फर्श बैठ रहा है। इस मामले में चिकित्सा विभाग के अभियंताओं को लिखित रूप से अवगत करा चुके है। भवन गारंटी अवधि में है, लेकिन ठेकेदार से ठीक नहीं कराया जा रहा है।

डॉ. केके गुप्ता
, जिला क्षय रोग अधिकारी