
लखनऊ के इमामबाड़े को कोविड अस्पताल बनाए सरकार, मुस्लिम धर्मगुरु कल्बे जव्वाद की सरकार से गुजारिश
लखनऊ . मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद (Muslim cleric Kalbe Jawwad) सरकार (UP government) से कहाकि, लखनऊ के आसफी इमामबाड़े को कोविड अस्पताल बना दिया जाए। इमामबाड़े के बड़े-बड़े हॉल में सैकड़ों मरीजों का इलाज हो सकता है। इमामबाड़ा इबादत की जगह है पर इंसान की ज़िंदगी बचाने से बड़ी कोई इबादत नहीं है इसलिए सरकार फौरन इस अपील पर अमल करे और इमामबाड़े को कोविड अस्पताल (Covid Hospital) बना दे।
ट्रस्ट की रकम इलाज में खर्च हो :- मौलाना कल्बे जव्वाद ने सरकार से कहा कि, इस इमामबाड़े से हुसैनाबाद ट्रस्ट को करोड़ों रुपए की कमाई हुई है। वह चाहते हैं कि ट्रस्ट की रकम भी बड़े इमामबाड़े में कोरोना के इलाज के इंतज़ाम में खर्च की जाए।
सेंट्रल हॉल 170-53 फीट बड़ा :- लखनऊ के मशहूर बड़ा इमामबाड़ा या आसिफ इमामबाड़ा नवाब आसफुद्दौला ने भयानक अकाल के वक़्त वर्ष 1780 में बनवाना शुरू किया था ताकि इस इलाके के अकाल पीड़ित लोगों को रोजगार दिया जा सके। इसलिए लखनऊ में कहावत मशहूर है कि जिसको न दे मौला, उसको दे आसफुद्दौला। बड़े इमामबाड़े का सेंट्रल हॉल क़रीब 170 फ़ीट लंबा और क़रीब 53 फ़ीट चौड़ा है।
लखनऊ कोरोना वायरस की चपेट में :- उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना वायरस ने भयंकर रूप धारण कर लिया है। शुक्रवार को जारी कोरोना जांच रिपोर्ट के अनुसार, लखनऊ में बीते 24 घंटे में 5682 नए कोराना वायरस संक्रमित पाए गए हैं। वहीं दूसरी तरफ कोरोना वायरस से 14 लोगों की मौत हो गई है। प्रदेश में सबसे अधिक 53475 एक्टिव केस लखनऊ में हैं।
Published on:
24 Apr 2021 02:54 pm
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