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यूपी विधानसभा की नई पहल अब एक दिन होगा सिर्फ महिलाओं के नाम

UP Vidhan Sabha Monsoon session यूपी विधानमंडल का मानसून सत्र 19 सितम्बर से शुरू होने जा रहा है। विधानसभा में एक नई पहल होने जा रही है। विधानसभा सत्र में अब एक दिन सिर्फ़ महिलाओं के नाम होगा। जिसमें महिलाएं सदस्य ज़्यादा मुखरता से अपनी बात को रख सकेंगी।      

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UP Vidhan Sabha

यूपी विधानमंडल का मानसून सत्र 19 सितम्बर से शुरू होने जा रहा है। मानसून सत्र 19 से 23 सितंबर तक चलेगा। विधानसभा में महिलाओं के मुद्दों को लेकर एक नई पहल होने जा रही है। विधानसभा सत्र में अब एक दिन सिर्फ़ महिलाओं के नाम होगा। जिसमें महिलाएं सदस्य ज़्यादा मुखरता से अपनी बात को रख सकेंगी। इस पहल का उद्देश्य आधी आबादी की आवाज को सदन के माध्यम से उठाना है। इस दिन सत्र में प्रश्नकाल के बाद दिनभर केवल महिलाओं सदस्यों को बोलने में प्राथमिकता दी जाएगी।

विधानसभा में 47 महिला विधायक

यूपी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने बताया कि, महिला उत्थान, सशक्तिकरण, साक्षरता, स्वास्थ्य, लैंगिक समानता जैसे विषयों पर महिला सदस्य अपनी बात रख सकती हैं। 19 सितंबर से शुरू हो रहे सत्र में इसके लिए जल्द एक दिन तय किया जाएगा। इसमें दिन भर और कोई विधायी कार्य नहीं होगा। केवल दिन भर इसी मुद्दे पर महिला सदस्य चर्चा करेंगी। इस कवायद का उद्देश्य आधी आबादी की आवाज को सदन के माध्यम से उठाना है। इसमें नए विचार सामने आएंगे और भविष्य में महिला सदस्य ज्यादा मुखरता से अपनी बात कह सकेंगी। इस बार विधानसभा में 47 महिला विधायक जीत कर आईं हैं। इस बीच सत्र की तैयारियों के लिए 18 सितंबर को कार्यमंत्रणा समिति, सर्वदलीय बैठक व सुरक्षा संबंधी बैठकें होंगी।

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मानसून सत्र तो छोटा ही रहेगा पर हंगामें बड़े होने के आसार

यूपी विधानमंडल का मानसून सत्र 19 से 23 सितंबर तक चलेगा। विधानसभा और विधान परिषद की ओर से मानसून सत्र का कार्यक्रम जारी कर दिया गया। इस बार का मानसून सत्र तो छोटा ही रहेगा पर हंगामें बड़े होने के आसार हैं। भाजपा व विपक्ष के बीच बढ़ रही तल्खी का असर सदन में दिखना तय है। मानसून सत्र के पहले दिन 19 सितंबर को निधन के निर्देश के तहत दिवंगत विधायक अरविंद गिरी को श्रद्धांजलि देते हुए शोक रखा जाएगा। इसके बाद 20 सितंबर को औपचारिक कार्य के साथ अध्यादेशों, अधिसूचनाओं और नियमों को सदन के पटल पर रखा जाएगा। 21 से 23 सितंबर तक विधायी कार्य के साथ अन्य विषयों पर चर्चा होगी। मानसून सत्र से पहले आग लगने पर नियंत्रण और बचाव की मॉक ड्रिल की जाएगी।

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