20 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

ईवीएम में जालसाजी पर बसपा ने भाजपा पर लगाए आरोप, डीजीपी ओपी सिंह को किया फोन

जन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने बीजेपी को ईवीएम को धांधली करने के मामले में घेरा है

2 min read
Google source verification
MAYAWATI AND SATISH

ईवीएम में जालसाजी पर बसपा ने भाजपा पर लगाए आरोप, डीजीपी ओपी सिंह को किया फोन

लखनऊ. मतदान के दौरान ईवीएम में गड़बड़ी का मामला पहले के 2014 के चुनाव में तूल पकड़ चुका है। ईवीएम में पायी गई शिकायतों को ध्यान में रखकर चुनाव आयोग ने तय किया कि 2019 के चुनाव में सभी मतदान केंद्रों पर वीवीपैट मशीन का इस्तेमाल किया जाएगा। लेकिन इसके बाद भी मतदान के दौरान मशीनों में गड़बड़ी का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने बीजेपी को ईवीएम को धांधली करने के मामले में घेरा है। ईवीएम में गड़बड़ी पाए जाने की शिकायत पर मायावती का कहना है कि चुनाव आयोग को इन बातों को गंभीरतापूर्ण लेना चाहिए और आवश्यक उपाय करना चाहिए ताकि अगले चरण के सभी चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से हो सकें।

इससे पहले बसपा महासचिव सतीश मिश्रा ने आरोप लगाया कि मतदान केंद्रों पर हाथी का बटन दबाने पर कमल को वोट चला जा रहा। इसी के साथ उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि दलित समुदाय के लोगों को वोट डालने से रोका जा रहा है।

बसपा का वोट भाजपा को

2019 के लोकसभा चुनाव के लिए गुरुवार को प्रथम चरण का मतदान हुआ। उप्र की 8 सीटों पर मतदान हुआ। बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने आरोप लगाया कि कहीं का वोट कहीं चला जा रहा। अगर हाथी का बटन दबाओ तो वोट कमल को चला जा रहा। उन्होंने चुनाव आयोग को शिकायत कर वीडियो क्लिप भी दी है। उन्होंने कहा कि वीडियो क्लिप में साफ देखा जा सकता है कि कैसे हाथी का बटन दबाने पर कमल को वोट ट्रांसफर हो जा रहा है। सतीश चंद्र मिश्रा का आरोप है कि दलितों को वोट देने से रोका जा रहा और ये काम पुलिस और प्रशासन द्वारा किया जा गया है। लोगों ने इसकी शिकायत भी की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। वहीं मिश्रा का कहना है कि उन्होंने डीजीपी ओपी सिंह से फोन पर शिकायत दर्ज कराई और कहा है कि अगर स्थित नहीं सुधरी तो वे चुनाव आयोग से शिकायत करेंगे।

ये भी देखें:भ्रष्टाचार का गढ़ बना रजिस्ट्रार कार्यालय, बुंदेलखंड किसान यूनियन ने की कार्यवाही की मांग