
मायावती बोलीं- मोदी सरकार जनता से सफेद झूठ बोलती है
लखनऊ. जहां केंद्र की मोदी सरकार अपने चार साल के कार्यकाल पर अपनी उपलब्धियां गिना रही है तो वहीं बसपा सुप्रीमो ने केंद्र की मोदी सरकार पर शनिवार को जमकर हमला बोला। यहां पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार को चार वर्ष के कार्यकाल के जश्न मनाने का अधिकार नहीं है। माल एवेन्यु में पार्टी के प्रदेश कार्यालय में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कई विषयों पर चर्चा की गई।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि पार्टी ने कार्यकारिणी की बैठक लोकसभा चुनाव के साथ ही आने वाले राज्यों के विधानसभा चुनाव को लेकर आयोजित की है। कहा कि बसपा अब देश में अपना जनाधार बढ़ाएगी। केंद्री की सरकार के चार पूरे होने पर उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का चार साल का कार्यकाल विफल रहा है। उनकी अपनी सरकार के चार साल का कार्यकाल पूरा करने पर जश्न मनाने का अधिकार नहीं है। कहा- अब तो केंद्र सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। केंद्र सरकार ने जम्मू के कठुआ तथा यूपी के उन्नाव दुष्कर्म मामले को सत्ता के बल पर दबाने का प्रयास किया। चार साल में मोदी सरकार विफल साबित हुई है। उन्होंने कहा कि जनता चिंतित है कि बैंकों में उनका पैसा सुरक्षित है या नहीं।
...तो बसपा देश भर में प्रदर्शन करेगी
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार तो देश के धन्ना सेठों को फायदा पहुंचाने वाली सरकार है। मोदी सरकार जनता से सफेद झूठ बोलती है। इस सकरा को चार साल पूरे होने पर जश्न मनाने का अधिकार नहीं है। यह सरकार हर मोर्चे पर फेल हो गई है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी अपने हर कदम को ऐतिहासिक बताते हैं। पेट्रोल-डीजल की कीमतें भी अपनी ऊंचाई पर हैं। माया ने कहा कि अगर पेट्रोल और डीजल की बढ़ी कीमत नहीं घटी तो बसपा देश भर में प्रदर्शन करेगी।
अपना रूख बैठक में साफ कर सकती हैं
कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी अंतिम रणनीति तय करने के साथ गठबंधन पर भी योजना तैयार करेगी। वहीं मायावती का एक बार फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना जाना तय है। बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों के साथ कोर कमेटी के सदस्य तथा राज्यों के अखिल भारतीय स्तर के पदाधिकारी भाग ले रहे हैं। 2019 में मोदी विरोधी मोर्चे को बनाने में जुटी मायावती चुनावी रणनीति और देश में आगामी चुनावों में गठबंधन को लेकर अपना रूख बैठक में साफ कर सकती हैं। बैठक से ही तीसरे मोर्चे के प्रारूप का भी अंदाजा लग जाएगा। इस बैठक पर विपक्षी दलों की भी नजरें हैं।
Published on:
26 May 2018 02:37 pm
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