
मायावती ने पुलिस प्रशासन पर अपनी ताकत का दुरुपयोग करने का लगाया आरोप
लखनऊ. ईवीएम मशीनों में पाई गई गड़बड़ी पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने चुनाव आयोग से अनियमितताओं को गंभीरता से लेकर समाधान निकालने की मांग की है। मायावती ने वोटरों से ईवीएम को लेकर सचेत रहने को कहा है। यह भी आरोप लगाया है कि पहले चरण में पुलिस-प्रशासन का दुरुपयोग कर उनके वोटरों को वोट डालने से रोका गया है।
पुलिस अपनी ताकत का कर रही दुरुपयोग
मायावती ने कहा कि पुलिस व प्रशासन अपनी ताकत का दुरुपयोग कर रही है। अनेक जगहों पर पुलिस बल उपयोग कर दलित समाज के लोगों को वोट डालने से रोका गया। यहां तक कि उनपर लाठी-डंडे और हवाई फायरिंग का भी इस्तेमाल किया गया। प्रशासन और पुलिस अधिकारियों को जिला स्तर पर शिकायत भी की गई लेकिन इसका कोई असर नहीं पड़ा जिससे कि मतदान प्रभावित हुआ। अनेक बूथों में ईवीएम में गड़बड़ी पाई गई जिसका नतीजा यह निकला कि हाथी का बटन दबाने पर वोट कमल (भाजपा) को पड़ रहा।
मायावती ने कहा कि बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने डीजीपी ओपी सिंह से मामले में बात की। दलित समुदाय को वोट न डालने देना और उन्हें डरा धमकाकर दहशत का माहौल पैदा किया जा रहा है। मायावती ने चुनाव आयोग से अनुरोध किया है कि मामले को संज्ञान में लेकर कार्रवाई की जाए।
लोकतंत्र की हत्या करने वाला कार्य
मायावता ने इस तरह की हरकत को लोकतंत्र की हत्या करने वाला कार्य बताया है। उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार द्वारा पुलिस और जिला प्रशासन को कहा गया कि अनुसूचित जाति के लोग जहां ज्यादा तादाद में रहते हों वहां पुलिस बल लगाकर उन्हें वोट डालने से रोका जाए। पुलिस द्वारा बल प्रयोग कर वोट न डालने देना प्रजातंत्र की हत्या करना है। मायावती ने अपने सभी कार्यकर्ताओं और समर्थकों से निडर होकर वोट डालने की अपील कर कहा है कि अगर आपका वोट दबाए गए चुनाव चिन्ह को नहीं जा रहा है तो शर मचाकर चुनाव पर्यवेक्षक से शिकायत करें।
Updated on:
12 Apr 2019 02:23 pm
Published on:
12 Apr 2019 02:03 pm
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