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Dinesh Pratap Singh: राजनीतिक तनाव के बीच मंत्री दिनेश प्रताप सिंह की तबीयत बिगड़ी, ब्रेन हेमरेज के बाद मेदांता में भर्ती

Minister Dinesh Pratap Singh Says: योगी सरकार के उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने अपने स्वास्थ्य की स्थिति को लेकर बयान जारी किया है। मंत्री ने कहा, “मैं पूर्ण स्वस्थ हूँ और इलाज शांतिपूर्ण वातावरण में चल रहा है। DCM ब्रजेश पाठक मेरी देखरेख कर रहे हैं। इस बयान से उनके समर्थकों और जनता को राहत मिली है।

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लखनऊ

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Ritesh Singh

Oct 07, 2025

मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने कहा: मैं पूर्ण स्वस्थ हूँ, शांतिपूर्ण वातावरण में DCM ब्रजेश पाठक की देखरेख में इलाज जारी (फोटो सोर्स :Whatsapp )

मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने कहा: मैं पूर्ण स्वस्थ हूँ, शांतिपूर्ण वातावरण में DCM ब्रजेश पाठक की देखरेख में इलाज जारी (फोटो सोर्स :Whatsapp )

Dinesh Pratap Singh Health Update: योगी सरकार के उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री और पूर्व MLC दिनेश प्रताप सिंह को अचानक ब्रेन हेमरेज की शिकायत के बाद लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक 3 अक्टूबर की रात वह नींद की दवा लेकर सोए थे, लेकिन सुबह उठने पर उन्हें चलने-फिरने में तकलीफ महसूस हुई। गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें अगले दिन, 4 अक्टूबर को लखनऊ लाकर अस्पताल में भर्ती कराया गया। मेदांता अस्पताल में चिकित्सकों ने दिनेश प्रताप सिंह की एमआरआई जांच की, जिसमें ब्रेन हेमरेज की पुष्टि हुई। इसका असर उनके एक हाथ और एक पैर पर भी देखा गया। परिवार और चिकित्सक दोनों ही इस स्थिति को गंभीर मानते हुए लगातार उनकी देखभाल कर रहे हैं।

मानसिक और राजनीतिक तनाव भी कारक

पारिवारिक सूत्रों का कहना है कि दिनेश प्रताप सिंह के स्वास्थ्य पर राजनीतिक और मानसिक तनाव का असर भी पड़ा है। पिछले दो महीनों से उनके राजनीतिक जीवन में कई विवाद और घटनाएं घटी हैं, जिनका असर उनकी सेहत पर देखा जा सकता है। पहले कांग्रेस के पूर्व MLC दीपक सिंह ने दिनेश प्रताप पर गंभीर आरोप लगाए। इसके बाद भाजपा विधायक अदिति सिंह ने भी उन पर सार्वजनिक रूप से सवाल उठाए।

10 सितंबर को कांग्रेस नेता राहुल गांधी रायबरेली आए थे। इस दौरान दिनेश प्रताप सिंह चर्चा में रहे। वह अपने समर्थकों के साथ राहुल गांधी के रास्ते पर धरने पर बैठ गए और “राहुल वापस जाओ” के नारे लगाए। इस दौरान उनके और पुलिसकर्मियों के बीच भी बहस हुई। विशेषज्ञों का कहना है कि लंबे समय से चले राजनीतिक विवाद और तनाव भी स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं, विशेषकर मानसिक और न्यूरोलॉजिकल स्वास्थ्य पर।

राजनीतिक करियर का संक्षिप्त विवरण

  • दिनेश प्रताप सिंह ने अपनी राजनीतिक यात्रा कांग्रेस पार्टी से शुरू की थी। उन्होंने 2010 में पहली बार MLC का चुनाव जीता और 2016 में दूसरी बार निर्वाचित हुए।
  • 2018 में उन्होंने भाजपा जॉइन की और 2019 में उन्हें सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा गया था। इस चुनाव में उन्हें 1.67 लाख वोटों से हार का सामना करना पड़ा।2022 में उन्होंने भाजपा से फिर MLC का चुनाव जीता और योगी सरकार में उन्हें उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री बनाया गया।2024 लोकसभा चुनाव में उन्होंने रायबरेली से राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें लगभग 3 लाख 90 हजार वोटों से हार का सामना करना पड़ा।

इस तरह उनका राजनीतिक करियर लगातार चुनौतियों और विवादों से भरा रहा है। विशेषज्ञ मानते हैं कि लगातार राजनीतिक संघर्ष और चुनावी हार भी उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर असर डालती रही होगी।

ब्रेन हेमरेज क्या है

ब्रेन हेमरेज, जिसे हम आम बोलचाल में स्ट्रोक भी कहते हैं, मस्तिष्क में रक्त के बहाव में अचानक कमी या धमनी फटने की वजह से होता है।

  • इसके प्रमुख लक्षण होते हैं
  • अचानक चलने-फिरने में कठिनाई
  • हाथ-पैर में कमजोरी या लकवा
  • बोलने और समझने में कठिनाई
  • चक्कर आना या संतुलन बिगड़ना

दिनेश प्रताप सिंह की स्थिति में भी एक हाथ और एक पैर प्रभावित हुए हैं, और चिकित्सक लगातार उनकी फिजियोथेरेपी और दवा उपचार के माध्यम से उन्हें सुधारने की कोशिश कर रहे हैं। कहना है कि स्ट्रोक का कारण उच्च रक्तचाप, मानसिक तनाव, नींद की दवाओं का सेवन और उम्र भी हो सकता है। पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक दिनेश प्रताप सिंह इन सब पहलुओं से प्रभावित रहे हैं।

चिकित्सकों का इलाज और वर्तमान स्थिति

मेदांता अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि दिनेश प्रताप सिंह को तत्काल निगरानी में रखा गया है। उनका मेडिकल मॉनिटरिंग, फिजियोथेरेपी और दवा उपचार चल रहा है। डॉक्टरों ने कहा कि उन्हें तनाव और जीवनशैली में बदलाव की सलाह भी दी गई है। चिकित्सकों का कहना है कि यदि मरीज समय पर इलाज और उचित देखभाल लें तो ब्रेन हेमरेज के असर को काफी हद तक कम किया जा सकता है। परिवार और समर्थक लगातार उनके पास हैं और उनकी देखभाल कर रहे हैं।

राजनीतिक विवाद और स्वास्थ्य का संगम

विशेषज्ञ मानते हैं कि राजनीतिक नेताओं पर मानसिक और भावनात्मक दबाव का स्वास्थ्य पर बहुत असर पड़ता है। दिनेश प्रताप सिंह के मामले में:

  • लगातार राजनीतिक विवाद
  • चुनावी हार

विरोधियों के आरोप और धरना प्रदर्शन

इन सब कारणों से उनके स्वास्थ्य पर दबाव बढ़ा और ब्रेन हेमरेज जैसी गंभीर समस्या उत्पन्न हुई। विशेषज्ञों का कहना है कि नेताओं को मानसिक स्वास्थ्य और जीवन शैली पर ध्यान रखना चाहिए। लंबे समय तक तनाव और भावनात्मक दबाव स्ट्रोक, हृदय रोग और अन्य गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं।

दिनेश प्रताप सिंह के समर्थकों की प्रतिक्रिया

  • उनके समर्थकों का कहना है कि मंत्री की हालत गंभीर है, लेकिन अब धीरे-धीरे सुधार हो रहा है।
  • परिवार ने अस्पताल में उनकी पूरी देखभाल सुनिश्चित की है।
  • राजनीतिक नेताओं और समर्थकों ने प्रार्थना और शुभकामनाएं भेजी हैं।
  • भाजपा और अन्य सहयोगी नेताओं ने उनके स्वास्थ्य और जल्द स्वस्थ होने की कामना की है।
  • समर्थकों का यह भी कहना है कि उनके राजनीतिक करियर और अनुभव उन्हें जल्द ही स्वस्थ और सक्रिय बनाएंगे।

राजनीतिक करियर का महत्व

दिनेश प्रताप सिंह का करियर दर्शाता है कि राजनीतिक दबाव और चुनावी संघर्ष अक्सर नेताओं के जीवन में गंभीर मानसिक और शारीरिक तनाव उत्पन्न कर सकते हैं।

  • 2010 में MLC बने
  • 2016 में दूसरी बार निर्वाचित
  • 2018 में भाजपा जॉइन
  • 2019 में सोनिया गांधी के खिलाफ लोकसभा चुनाव
  • 2022 में फिर MLC बने
  • 2024 में रायबरेली से राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव
  • इन सब घटनाओं ने उन्हें राजनीतिक विवाद और चुनौतीपूर्ण माहौल में रखा।