
2 जून को 70 किमी की रफ़्तार से चलेगी तूफानी आंधी
मौसन विभाग ने बताया कि रोज मानूसन का अपडेट देंगे। दक्षिण अरब सागर के ऊपर पश्चिमी हवाएं समुद्र तल से औसतन 2.1 किलोमीटर ऊपर तक चल रही हैं। इसके ऊपर चक्रवात की वजह से मौसम बिगड़ रहा है।
केरल तट पर बादलों में कमी
केरल तट के पास बादलों में कमी आई है। चक्रवाती प्रवाह के असर से केरल तट की ओर दक्षिण-पश्चिम मानसून के बढ़ने पर असर पड़ सकता है। इस मॉनसून के केरल पहुंचने की तारीख 1 जून है। मई में मौसम विभाग ने कहा था कि यह 4 जून तक केरल पहुंच सकता है, लेकिन अब इसमें और देरी हो रही है। मौसम के जानकारों का कहना है कि चक्रवाती हवाओं का यह क्षेत्र मॉनसून में तेजी ला सकता है।
स्काईमेट के अनुसार, चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र 24 घंटे में कम दबाव के क्षेत्र में बदल सकता है। इसके बाद यह और मजबूत होगा। यह मॉनसून को लक्षद्वीप और केरल की ओर भेज सकता है। स्काईमेट ने केरल में मॉनसून पहुंचने की संभावना 7 जून को दिखाई है। इसमें तीन दिन का मार्जिन भी बताया गया है।
7 से 9 जून के बीच होगी बारिश
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 19 मई को बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्से में सक्रिय हुआ था। इसके बाद 10 दिन यहीं ठहरा रहा और अंडमान निकोबार भी देरी से पहुंचा। इसने 2 जून को दक्षिणी अरब सागर के कुछ हिस्से और मालदीव को कवर कर लिया था। मॉनसून लक्षद्वीप के कुछ हिस्सों, कोमोरिन क्षेत्र, दक्षिणी बंगाल की खाड़ी और पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में भी पहुंच गया था।
Published on:
06 Jun 2023 03:14 pm
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