दूसरी बार जेल जारी अलका मुख्तार अंसारी एंबुलेंस प्रकरण में यह दूसरी बार है जब अलका राय व उनके भाई एसएन राय को गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले वर्ष 2021 में पुलिस ने इसी मामले में फर्जी दस्तावेज बनाने करे आरोपों के तहत अलका राय व एसएन राय को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
ये है मामला जिस एंबुलेंस के फर्जी रजिस्ट्रेशन व अपराधी के सहयोग के तहत गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है उस एंबुलेंस का इस्तेमाल पंजाब की रोपड़ जेल में बंद रहते समय मुख्तार अंसारी को लाने ले जाने के लिए किया जाता था। मुख्तार अंसारी को लाने ले जाने के लिए प्रयोग की जाने वाली एंबुलेंस मऊ की डॉ अलका राय के अस्पताल के नाम पर दर्ज है और यह गाड़ी फर्जी दस्तावेजों के आधार पर आरटीओ में रजिस्टर्ड कराई गई है। मामले के खुलासे के बाद पुलिन में आरोपियों के खिलाफ कई आपराधिक धाराओं में मुकदमा लिखा वहीं अब इस मामले में बाराबंकी पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की है। जिसके बाद अलका राय व भाई को गिरफ्तार किया गया है।
लगातार हो रही कार्रवाई उत्तर प्रदेश में योगी आदित्या नाथ की सरकार दोबारा बनने के बाद मुख्तार अंसारी के खिलाफ कार्रवाई का दौर एक बार फिर शुरू हो गया है। जहां एक ओर बाराबंकी पुलिस ने मुख्तार एम्बुलेंस मामले में 13 लोगों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई हैं वहीं दूसरी ओर वर्ष 2000 में लखनऊ जेल के जेलर से मारपीट व धमकाने के मामले में पुलिस ने मुख्तार को कोर्ट के सामने पेश किया है जहां मुख्तार पर चार्ज बनाया गया है। साथ ही मुख्तार व परिवार के सदस्यों द्वारा अवैध सम्पत्ति पर कब्जा मामले में पुलिस कार्रवाई कर रही है।