मुलायम को 27 जून 1975 को तब गिरफ्तार किया गया था जव भालेपुरा नाम के एक गांव में जमीनी विवाद सुलझाने गए थे। गांव में पंचायत चल रही थी उसी दौरान पुलिस ने भालेपुरा को चारों तरफ से घेर लिया और मुलायम सिंह यादव को मेंटेनेंस ऑफ इंटरनल सिक्योरिटी एक्ट (मीसा) के तहत गिरफ्तार कर लिया गया। मुलायम सिंह करीब 18 महीनों तक (जून 1975 से जनवरी 1977 तक) इटावा जेल में रहे। नेता जी ने अपने एक मित्र को लिखी चिट्ठी में इसका जिक्र भी किया था। चिट्ठी में उन्होंने लिखा था, मुझे देश की आजादी की लड़ाई के समय तो जेल जाने का सौभाग्य नहीं मिल पाया था, लेकिन मुझे खुशी है कि मैं एक तानाशाही सरकार की मुखालफत कर पा रहा हूं।
साधना से की दूसरी शादी मुलायम सिंह 80 के दशक तक उत्तर प्रदेश के प्रभावशाली और ताकतवर नेता के रूप में अपनी पहचान बना चुके थे। मुलायम जब राजनीति के शिखर पर थे उस वक्त उनकी जिंदगी में साधना गुप्ता का आगमन हुआ। पहली ही मुलाकात में नेताजी अपने से 20 साल छोटी साधना को अपना दिल दे बैठे। मुलायम पहले से ही शादीशुदा थे और साधना भी। इसी दौरान 1988 में साधना ने एक पुत्र प्रतीक गुप्ता (अब प्रतीक यादव) को जन्म दिया।
कहते हैं कि साधना गुप्ता के साथ प्रेम संबंध की भनक मुलायम सिंह यादव की पहली पत्नी और अखिलेश की मां मालती देवी को लग गई। इसके बाद 2007 में अमर सिंह ने सार्वजनिक मंच से मुलायम से साधना को अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार करने का आग्रह किया और इस बार मुलायम उनकी बात मानने के लिए तैयार हो गए।