उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव के मद्देनजर चुनावी रैलियां जोरों पर हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी की भी चुनावी रैलियां धुंआधार हो रही हैं । पिछले 15 दिन के अंदर नरेन्द्र मोदी की तीन और राहुल गाँधी की दूसरी रैली है। लेकिन बहराइच में इन दोनों नेताओं के लिए कोहरा विलेन सा बन चुका है। विमान नहीं उतरने दे रहा है। राहुल गाँधी की गुरुवार को चुनावी रैली है लेकिन इनके हेलीकॉप्टर को कोहरे ने उतरने नही दिया जो सड़क मार्ग से बहराइच पहुंचे।
कहीं सोची समझी रणनीति तो नहीं ?
उत्तर प्रदेश में मोदी और राहुल की रैली एक दिन ही हो रही है। कही यह सोची समझी रणनीति तो नहीं। पिछले दिनों मोदी कानपुर में थे तो राहुल जौनपुर में। गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी में हैं तो कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी बहराइच में।
6 सीटें दो पर कांग्रेस और एक पर भाजपा का कब्ज़ा
बहराइच में 6 विधान सभा सीटें हैं। जिसपर नानपारा पर कांग्रेस , मटेरा पर सपा , महसी पर बसपा, बहराइच पर सपा, पयागपुर से कांग्रेस और कैसरगंज पर बीजेपी का कब्ज़ा है।
बहराइच को भी जानें
हिन्दू-मुस्लिम यहाँ सैयद सलार मसूद की मज़ार पर आते हैं, जो एक अफ़गानी योद्धा थे। उन्हें यहाँ राजा के राजा सुहेलदेव पासी ने एक युद्ध में परास्त किया और मार डाला। उनकी मृत्यु यहीं 1033 इस्वी में हुई थी। बहराइच के पश्चिम में एक बौद्ध विहार के अवशेष हैं। दरगाह गाजी सैयद सालार मसूद मरी माता मंदिर घंटाघर कतरनिया घाट सिदनाथ मंदिर। बहराइच नेपाल के साथ होने वाले व्यापार जिनमें कृषि उत्पाद और इमारती लकड़ी प्रमुख है, का केंद्र है। यहाँ चीनी मिलें भी हैं।बहराइच नगर और ज़िला उत्तरी भारत के पूर्व-मध्य उत्तर प्रदेश राज्य और नेपाल के नेपालगंज व लखनऊ के बीच रेलमार्ग पर स्थित है।