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1 स्टूडेंट एक साथ ले सकता है 2 कोर्स में एडमिशन, यूनिवर्सिटी के कौन कौन से सब्जेक्ट शामिल, भारत सरकार ने दी मंजूरी

देश भर में स्टूडेंट्स की बढ़ती डिमांड को देखते हुए अब भारत सरकार के नई शिक्षा नीति के तहत विश्व विद्यालय की नीतियों में कुछ बदलाव किए गए हैं। जिसमें अब एक स्टूडेंट एक साथ दो फुल टाइम डिग्री कोर्स में एडमिशन ले सकता है। साथ ही ये दोनों ही कोर्स सभी जगह मान्य होंगे।  

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लखनऊ

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Dinesh Mishra

Apr 13, 2022

File Photo of New Education Policy UGC

File Photo of New Education Policy UGC

यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमिशन ने अपने एक फैसले में स्टूडेंट को लेकर बड़ा निर्णय किया है। नैशनल एजुकेशन पॉलिसी के तहत लिया गया यह फैसला स्टूडेंट्स को अलग अलग क्षेत्र में एक ही वक्त में एजुकेशन हासिल करने की आजादी देगा। यूजीसी सिर्फ इंस्टिट्यूट और स्टूडेंट्स के लिए यह ऑप्शन होगा। यह 2022-23 सेशन से लागू होगा। यूजी, पीजी, डिप्लोमा सबके लिए लागू यूजीसी की गाइडलाइंस के तहत एक स्टूडेंट दो फुलटाइम एकेडमिक प्रोग्राम फिजिकल मोड में कर सकता है, बशर्ते एक प्रोग्राम की क्लास टाइमिंग दूसरे प्रोग्राम के क्लास टाइमिंग से न मिलती हो। साथ ही, एक स्टूडेंट दो एकेडमिक प्रोग्राम एक फिजिकल मोड में और दूसरा ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग / ऑनलाइन मोड में या फिर दोनों ओडीएल प्रोग्राम या दोनों ऑनलाइन प्रोग्राम एक साथ पढ़ सकता है। ये प्रोग्राम अंडरग्रैजुएट, पोस्टग्रैजुएट, डिप्लोमा कोई भी हो सकते हैं। दोनों प्रोग्राम एक ही लेवल के होने चाहिए।

भारत सरकार द्वारा मान्यता वाले कोर्स में ही होगा एडमिशन

ऐसे किसी भी कोर्स में एडमिशन लिया जा सकता है जिसे भारत सरकार द्वारा अधिकृत एजेंसी / परिषद में चलाने की मान्यता दी हो। यूजीसी का यह भी कहना है की गाइडलाइंस के तहत ये डिग्री या डिप्लोमा प्रोग्राम यूजीसी की ओर से अधिसूचित रेगुलेशंस के तहत चलेंगे। साथ ही, जहां जो भी लागू हो उसके हिसाब से संबंधित वैधानिक/ प्रोफेशनल काउंसिल इसे संचालित करेंगी।

कैसे होगा एडमिशन

नई शिक्षा नीति को लेकर 13 अप्रैल को गाइडलाइंस जारी की जाएंगी। जिसके बाद यूनिवर्सिटी तय करेगी एडमिशन पॉलिसी एडमिशन पॉलिसी, अटेंडेंस पॉलिसी यूनिवर्सिटी तय करेगी। अगर स्टूडेंट दो फिजिकल डिग्री एक साथ करना चाहता है, तो यह यूनिवर्सिटी के एडमिशन प्रक्रिया के तहत ही होगा। वहीं, जिसने भी क्लास 12 पास किया है, वो ऑनलाइन डिग्री के लिए अप्लाई कर सकता है। साथ ही, दो डिग्री एक साथ कराने का यह प्रोग्राम यूनिवर्सिटी के लिए जरूरी नहीं है। उनके वैधानिक संकाय ही इस पर फैसला लेंगे।

दो कोर्स में एक साथ कैसे होंगे एडमिशन

दो फिजिकल प्रोग्राम एक ही इंस्टिट्यूट से या एक ही शहर के दो इंस्टिट्यूट् से करना मुमकिन होगा। यह गाइडलाइंस नोटिफिकेशन जारी होने वाली तारीख से ही लागू होंगी। जिन स्टूडेंट्स ने इससे पहले 2 डिग्री एक साथ की है उन्हें इन गाइडलाइंस का कोई फायदा नहीं मिलेगा। 'देशभर में हाई क्वालिटी के हायर एजुकेशन की मांग बढ़ी' यूजीसी चेयरपर्सन ने बताया कि स्टूडेंट्स को अलग अलग क्षेत्र में एजुकेशन पाने की कई अवसर देने के लिए यूजीसी स्टूडेंट्स को दो डिग्री साथ साथ करने की इजाजत दे रहा है। मसलन, स्टूडेंट बीएस मैथ्स ऑनर्स के साथ बीए हिस्ट्री भी कर सकता है, तो बीएससी स्टैटिस्टिक्स भी कर सकता है।

भारत सरकार ने कब से लागू करने के लिए दिखाई हरी झंडी

31 मार्च को आयोग की मीटिंग में इस पर विस्तार से चर्चा हुई और यह तय किया गया। NEP स्टूडेंट्स को अलग अलग स्किल हासिल करने का मौका देती है। प्रो एम जगदीश कुमार का कहना है कि देशभर में हाई क्वालिटी के हायर एजुकेशन की मांग तेजी से बढ़ रही है। मगर हम सिर्फ 3% स्टूडेंट्स को ही फिजिकल कैंपस में एडमिट कर पा रहे हैं। ओपन और डिस्टेंस लर्निंग (ओडीएल) और ऑनलाइन एजुकेशन में कई तरह के विकास हो रहे हैं। कई यूनिवर्सिटी ओडीएल और ऑनलाइन प्रोग्रोम ऑफर कर रही हैं। ऑनलाइन एजुकेशन के लिए मॉडिफाई रेगुलेशंस के साथ, जो कुछ हफ्तों में जारी होने वाली हैं, कई टॉप क्वालिटी इंस्टिट्यूट ऑनलाइन डिग्री देना शुरू करेंगी।