
Noida conl virendra singh PCS Harish chandra issue, memorandam to CS
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सिविल सेवा संघ ने गौतमबुद्ध नगर के रिटायर कर्नल वीरेन्द्र सिंह चौहान और वहां रह रहे पीसीएस अधिकारी हरीशचंद्र के बीच विवाद और फिर हरीश चंद्र के निलम्बन के मामले में मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय को ज्ञापन सौपा है। ज्ञापन में उन्होंने कहा है कि इस प्रकरण की न्यायिक जांच कराकर कार्रवाई की जाए। सरकार ने पीसीएस हरीशचंद्र को निलम्बित किया हुआ है।
पीसीएस एसोसिएशन ने मुख्य सचिव को सौंपे ज्ञापन में कहा है कि यह पूरी घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा है कि हरीश चंद्र के परिवार के खिलाफ धारा 307के तहत मुकदमा दर्ज करा कर पुलिस कार्रवाई कर रही है। पीसीएस अधिकारी का परिवार सेक्टर 29 के फ्लैट नम्बर 646 में रह रहा है। उनके ठीक नीचे 645 में कर्नल वीरेन्द्र सिंह चौहान का फ्लैट है। ज्ञापन में कहा गया है कि रिटायर कर्नल लम्बे समय से पीसीएस अधिकारी हरीशचंद्र और उनकी पत्नी को परेशान करते थे। इसकी समय समय पर शिकायतें भी की गईं। इसके बाद कर्नल जाति ***** शब्दों का प्रयोग करने लगे। 14 अगस्त को महिलाएं वहीं पार्क में टहल रही थीं कि तब ही कर्नल ने हरीशचंद्र की पत्नी के साथ अभद्र व्यवहार किया। इस पर वहां साथ में टहल रही महिलाओं ने 100 नम्बर डायल करके पुलिस बुला ली। एफआईआर दर्ज कराने के बाद कर्नल को हिरासत में लिया गया।
एसोसिएशन ने कहा कि इसके बाद गलत तथ्यों के आधार पर वीरेन्द्र सिंह द्वारा हरीशचद्र और चार अन्य लोगों के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कराया गया। पुलिस ने किसी न किसी दबाव में वहां नबालिक बच्चे समेत कई लोगों को गिरफ्तार कर लिया। यह सारी घटनाएं सीसी कैमरे में दर्ज हैं। पर बिना न्याय दिलाए हरीशचंद्र को निलम्बित किया गया। एसोसिएशन ने मांग की है कि इस प्रकरण पर न्यायिक जांच की जाए और पीसीएस अधिकारी और सच का साथ देने वालों को न्याय दिलाया जाए।
Published on:
24 Aug 2018 06:10 pm
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