लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 18 से 35 साल के
वोटर्स का प्रतिशत भले ही 58 प्रतिशत से अधिक हो लेकिन यहाँ बुजुर्ग
प्रत्याशियों का जलवा है। जबकि 60 वर्ष से ऊपर के मतदाता 10 प्रतिशत भी
नहीं है। विधानसभा चुनाव 2012 में कई बुजुर्ग उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा और
जबर्दस्त जीत दर्ज की। वही 2017 चुनाव में भी इनमें से कई ताल ठोंकते हुए
दिखाई दे रहे हैं।
साल 2012 चुनाव में इन विधायकों के सामने
कई युवा प्रत्याशी खड़े हुए लेकिन इनकी शख्सियत के और जनता में मजबूत पकड़ के
आगे सब धराशायी हो गए। आइये नजर डालते हैं ऐसे ही कुछ प्रत्याशियों पर :
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साल 2012 विधानसभा चुनाव में अलीगढ़ सदर विधानसभा सीट से 67 वर्षीय जफ़र आलम
समाजवादी पार्टी से विधायक चुने गए। उन्होंने भाजपा के आशुतोष वार्ष्णेय
को हराया था।
- अलीगढ़ की बरौली विधानसभा सीट से रालोद से 68
वर्षीय दलवीर सिंह विधायक चुने गए। उन्होंने बसपा के जयवीर सिंह को हराया
था। भाजपा ने 2017 चुनाव के लिए उन्हें बरौली से अपना प्रत्याशी बनाया है।
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अलीगढ़ की इगलास विधानसभा क्षेत्र से 2012 चुनाव में 64 वर्षीय त्रिलोकीराम
विधायक चुने गए। उन्होंने बसपा के राजेंद्र कुमार को हराया था।