24 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

UPPCL: UP में गहरा सकता है बिजली संकट, सर्वाधिक मांग का टूट गया रिकॉर्ड, इन क्षेत्रों में होगी कटौती

Electricity Supply Crices: कम बरसात और उमस भरी गर्मी ने बिजली की मांग के पुराने सभी रिकार्ड तोड़ दिए हैं। पावर कारपोरेशन प्रबंधन ने प्रदेश में रिकार्ड 27,622 मेगावाट बिजली की आपूर्ति कर नया रिकार्ड बनाया है।

less than 1 minute read
Google source verification

लखनऊ

image

Prateek Pandey

Jul 23, 2023

Old electricity records demand broken in UP challenge keeping supply normal

Electricity Supply Crices: यूपी में बिजली की अधिकतम मांग का नया रिकार्ड दर्ज किया गया है। 27611 मेगावाट बिजली की सर्वाधिक मांग के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ते हुए शुक्रवार की रात 11.30 बजे अधिकतम मांग नये रिकार्ड के साथ 27622 मेगावाट पहुंच गई। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के चेयरमैन एम. देवराज ने बताया है कि बिजली की इस ऐतिहासिक मांग को सफलता पूर्वक पूरा किया गया।
सभी क्षेत्रों को तय शिड्यूल के मुताबिक बिजली दी गई हांलाकि रिकार्ड बिजली आपूर्ति के बाद भी ग्रामीणों को तय शेड्यूल के मुताबिक 18 घंटे बिजली नहीं मिल रही है। बरसात कम होने से प्रदेश में गर्मी का प्रकोप बढ़ गया जिसके कारण बिजली की मांग अपने अधिकतम रिकॉर्ड पर जा पहुंची।

बिजली की सामान्य सप्लाई अगले 60 दिनों तक चुनौतीपूर्ण
पावर कारपोरेशन के चेयरमैन एम. देवराज ने विभागीय कार्मिकों से कहा है कि ‘अगले 60 दिनों तक बिजली सप्लाई सामान्य रखने की चुनौती है। सप्लाई बाधित न हो और सबको तय शिड्यूल के मुताबिक बिजली मिलती रहे इसके लिए पूरी सावधानी बरतें। ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो तो उसे तत्काल बदलें। ट्राली ट्रांसफार्मर रिजर्व में तैयार रखें। अधिकारी फोन आने पर जरूर उठाएं साथ ही टोल फ्री नंबर 1912 पर आ रही शिकायतों का निस्तारण तत्काल करें।’ उन्होंने विद्युत उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे अपना विद्युत बिल समय से जमा करें तथा ऐसा कोई नियम विरुद्ध कार्य ना करें जिससे विद्युत व्यवस्था संचालन में बाधा आए।

बिजली कटौती की बार भी सामने आ रही है क्योंकि UPPCL से नाराज़ उपभोक्ताओं ने विरोध भी किया। उपभोक्ताओं के अनुसार बिजली सप्लाई सामान्य से लगभग तीन घंटे कम दी जा रही है और ट्रांसफार्मर के जल जाने पर जल्दी सुनवाई नहीं होती है।