
UP Monsoon Alert: राष्ट्रीय आपदा मोचक बल यानी NDRF राहत बचाव में लगा है। 500 लोगों को राहत शिविर में पहुंचाया। अभी बहुत सारे लोग बाढ़ में फंसे हुए हैं। छतों पर लोग रात काट रहे हैं। लोगों के घर पानी में डूब गए हैं।
आगरा में घाट पर बैरिकेडिंग, नोएडा-सहारनपुर में बारिश
आगरा में यमुना नदी के घाट के रास्तों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है। ताकि लोग सेल्फी-तस्वीर लेने के लिए घाट तक न जाए। आगरा में शहर के अंदर पानी पहुंच चुका है। लोगों को एहतियात के साथ घर से निकलने के लिए कहा गया है। वहीं, सोमवार सुबह से मथुरा, नोएडा और सहारनपुर में बारिश हो रही है।
ज्ञान गुदड़ी तक पहुंचा पानी
एक तरफ, यमुना में आई बाढ़ से हर तरफ हाहाकार मचा हुआ है। दूसरी तरफ, ब्रजवासी यमुना के इस स्वरूप को देखकर श्रद्धा से सराबोर हैं। वृंदावन के ज्ञान गुदड़ी में यमुना का पानी पहुंचने पर पूजा-अर्चना की गई। मान्यता है कि इस स्थान पर यमुना का जल भगवान से मिलने आता है। यह स्थान यमुना की मुख्य धारा से करीब 2 Km शहर में अंदर है। इससे पहले यहां यमुना का जल 2010 में आया था।
45 साल बाद यमुना का जल कालिदह मंदिर पहुंचा
यमुना ने सबसे पहले केशीघाट पर बने प्राचीन यमुना मंदिर में प्रवेश किया। इसके बाद वहां बने हनुमान मंदिर में भी यमुना का पानी पहुंच चुका है। पूजन के बाद यहां कपाट बंद कर दिए गए हैं। इसके बाद यमुना का जल कालिदह मंदिर पर भी पहुंच गया है।
इस स्थान पर द्वापर में भगवान श्री कृष्ण ने यमुना में रहकर जल को जहरीला कर रहे कालिया नाग को नाथा था। यहां बताते हैं कि यमुना इससे पहले 45 वर्ष में आई थीं।
डेंजर लेवल से 1 मीटर ऊपर पानी, शहरी इलाकों में घुसा
यमुना-मथुरा में खतरे के निशान से 1 मीटर ऊपर बह रही है। दिल्ली में कोहराम मचाने वाली यमुना नदी का पानी अब शहर के अंदर आ चुका है। मथुरा-वृंदावन की 45 से ज्यादा कॉलोनी में केवल यमुना का पानी नजर आ रहा है। वृंदावन का आधे से ज्यादा परिक्रमा मार्ग पानी में डूबा हुआ है। मथुरा में खतरे का निशान 166 मीटर है, यहां यमुना अब 167 मीटर के करीब है।
Published on:
17 Jul 2023 12:13 pm
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