
लखनऊ. नगर निकाय चुनाव में आचार सहिता उल्लंघन की पत्रिका उत्तर प्रदेश की खबर का असर हुआ है। लखनऊ में नगर निकाय चुनाव में मतदान के दौरान मॉल एवेन्यू स्थित म्युनिसिपल नर्सरी स्कूल पोलिंग बूथ पर मतदान कक्ष के भीतर कमल की तस्वीर दीवार पर लगी थी। इस पोलिंग बूथ पर केंद्रीय गृह मंत्री और लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह सहित कई अन्य नेता भी वोट डालने पहुंचे थे। मतदान कक्ष में जिस जगह वोट डालने के लिए ईवीएम मशीन रखी गई था, ठीक उसी के पीछे कमल का निशान बना हुआ था। राजनाथ सिंह के साथ कमल की तस्वीर सामने आने के बाद विपक्षी दलों ने इस मामले में भारतीय जनता पार्टी और प्रशासन पर मनमानी का आरोप लगाया था। विरोध के बाद मतदान केंद्र के पोलिंग बूथ से कमल की तस्वीर हटा दी गई है।
खबर प्रकाशित होने पर हरकत में आया प्रशासन
पत्रिका उत्तर प्रदेश पर खबर प्रकाशित होने के बाद हरकत में आये अफसरों ने गलती का सुधार करते हुए मतदान कक्ष के भीतर लगे कमल वाले पोस्टर को हटवा दिया। अफसरों के निर्देश पर मौके से कर्मचारियों ने कमल निशान बने पोस्टर को हटा दिया। इस मामले में विपक्षी दलों ने आरोप लगाते हुए मामले को कोर्ट में ले जाने की बात कही थी। विपक्षी दलों ने आरोप लगाया था कि भाजपा मनमानी कर रही है। इस मामले में निर्वाचन ड्यूटी में तैनात अफसरों की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। सवाल यह है कि कई घंटे तक पोलिंग बूथ के भीतर कमल निशान लगा दिखा लेकिन इस मामले का किसी ने संज्ञान क्यों नहीं लिया।
विपक्षी दलों ने उठाई फिर से मतदान की मांग
फिलहाल कमल के निशान वाला पोस्टर जरूर हटा दिया गया है लेकिन विपक्षी दलों का विरोध खत्म नहीं हुआ है। बसपा प्रत्याशी बुलबुल गोदियाल ने जहां इस मामले को कोर्ट में ले जाने की बात कही है तो आप प्रत्याशी प्रियंका माहेश्वरी ने इस मतदान केंद्र पर मतदान रद्द कराकर फिर से वोटिंग कराने की मांग उठाई है।
Published on:
26 Nov 2017 02:04 pm
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