
उत्तर प्रदेश परिवहन आयुक्त धीरज साहू ने दी जानकारी
लखनऊ. उत्तर प्रदेश में ड्राइविंग लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। पहले चरण में केवल स्थायी लाइसेंस ही बनाए जाएंगे। पहले चरण में सिर्फ स्थायी लाइसेंस ही बनाए जाएंगे। वहीं, उन लर्निंग लाइसेंस की वैधता 30 जून तक बढ़ा दी गई है जो एक फरवरी के बाद समाप्त हो रहे थे। आरटीओ ऑफिस में अपॉइंटमेंट के लिए तीन टाइम स्लॉट निर्धारित किए गए हैं। पहला सुबह 10 से 12 बजे तक, दूसरा दोपहर 12:30 से 2:30 बजे तक और तीसरा दिन में तीन बजे से पांच बजे तक का होगा। इस दौरान आप आकर अनपा ड्राइविंग लाइसेंस बना सकते हैं।
यूपी परिवहन आयुक्त धीरज साहू ने बताया कि लंबित ड्राइविंग लाइसेंस निस्तारण के लिए एनआइसी ने एक सॉफ्टवेयर बनाया है, जिस पर काम शुरू कर दिया गया है। इस व्यवस्था के तहत मुख्यालय स्तर से स्थायी लाइसेंस के लिए पूर्ववत निर्धारित कोटा बहाल करते हुए लंबित आवेदन पत्रों का निस्तारण किया जाएगा। लेकिन अभी लर्निंग लाइसेंस के आवेदन किये नहीं जा सकेंगे। लंबित प्रकरणों के निस्तारण तक लर्निंग लाइसेंस नहीं बनेंगे। राजधानी लखनऊ में नए लाइसेंस के लिए रोजाना करीब 400 और महीने में करीब 10000 लोग आवेदन करते हैं। वहीं, पूरे उत्तर प्रदेश से रोजाना करीब 8 से साढ़े आठ हजार आवेदन आते हैं। फिलहाल लर्निंग लाइसेंस नहीं बनेंगे।
Published on:
06 Jun 2020 07:27 pm
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