
लखनऊ/अयोध्या. अयोध्या जमीन पर सुप्रीम कोर्ट ने हिंदू पक्ष के फेवर में फैसला सुनाया है। कोर्ट ने यह स्पष्ट किया कि विवादित जमीन पर रामलला ही विराजमान रहेंगे। हालांकि, मुस्लिमों को मस्जिद बनाने के लिए पांच एकड़ जमीन दी जाएगी।
अयोध्या फैसले (Ayodhya Verdict) को देखते हुए सरकार ने पूरे उत्तर प्रदेश में सुरक्षा कड़ी कर दी। प्रदेशभर में धारा 144 लागू कर दी गई। स्कूल-कॉलेज समेत सभी शिक्षण संस्थान भी बंद करवा दिए गए। उधर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री समेत कई राजनीतिक दलों व डीजीपी ने लोगों से फैसला का सम्मान करने और शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की।
कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कार्रवाई
फैसले से एक रात पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों से किसी भी गलत जानकारी पर ध्यान न देने की अपील की। उन्होंने अपील की,''अफवाहों पर ध्यान न दें।प्रशासन सभी की सुरक्षा व प्रदेश में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पूरी तरह कटिबद्ध है।कोई भी व्यक्ति यदि कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश करेगा, तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।''
अमन और अहिंसा के संदेश पर रहना है कायम
कांग्रेस महासिचव प्रियंका गांधी वाड्रा ने फैसले से पहले ट्वीट कर शांति और एकता कायम रखने की अपील की। उन्होंने लिखा, ''जैसा कि आप सबको पता है, अयोध्या मामले पर आज उच्चतम न्यायालय का फैसला आने वाला है। इस घड़ी में न्यायालय का जो भी निर्णय हो, देश की एकता, सामाजिक सद्भाव, और आपसी प्रेम की हज़ारों साल पुरानी परम्परा को बनाए रखने की ज़िम्मेदारी हम सबकी है। ये महात्मा गांधी का देश है। अमन और अहिंसा के संदेश पर क़ायम रहना हमारा कर्तव्य है।''
कोर्ट का फैसला करें स्वीकार: मायावती
बसपा सुप्रीमो मायावती ने सभी से फैसले का सम्मान करने की अपील की। उन्होंने ट्वीट किया, ''अयोध्या प्रकरण अर्थात रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मालिकाना हक विवाद के सम्बंध में फैसले पर इंतजार की घड़ी समाप्त हुई जिसपर आज मानीनय सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्णय सुनाया जाने वाला है। सभी लोगों से पुनः अपील है कि वे कोर्ट का फैसला स्वीकार करें व इसका सम्मान करें तथा शान्ति बनाए रखें।''
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने भी लोगों से शआंति व्यवस्था बानए रखने की अपील करते हुए कोर्ट के फैसले का सम्मान करने की अपील की।
रद्द किए कार्यक्रम
अयोध्या फैसले को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को होने वाले अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से अपील की कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले व बाद में जनता शांति बनाए रखे। उन्होंने कहा कि फैसले को हार या जीन से जोड़कर न देखें, यह हम सब की जिम्मेदारी है कि प्रदेश में शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण माहौल को बनाए रखें। मुख्यमंत्री मे कहा कि प्रशासन सभी की सुरक्षा व प्रदेश में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए कटिबद्ध है। कोई भी व्यक्ति यदि कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश करेगा, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अखिलेश ने भी रद्द किए कार्यक्रम
शनिवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले थे। लेकिन फैसले से पहले उन्होंने अपना कार्यक्रम रद्द कर दिया।
Updated on:
09 Nov 2019 11:24 am
Published on:
09 Nov 2019 10:44 am
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