
Polytechnic Ranking will be Circulate Online like IIT or IIM
छात्रों को एडमिशन के लिए अच्छे पॉलीटेक्निक संस्थानों का चयन करने में काफी मुश्किल होती है। कई बार संस्थानों की झूठी सूचनाओं को सही मानकर वह उनके चंगुल में फंस जाते हैं। इस बार ऐसा न हो इसके लिए प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने नेशनल इंस्टीट्यूट रिसर्च फ्रेमवर्क की तर्ज पर संस्थानों की रैंकिंग जारी करने को कहा है। जिस तरह आईआईटी के परिणामों का रिजल्ट पोर्टल में जारी होता है, इसी तरह अब पॉलिटेक्निक का परिणाम जारी होगा।
एनआईआरएफ हर साल विश्वविद्यालयों, आईआईटी, मेडिकल कॉलेज व आईआईएम जैसे संस्थानों की रिपोर्ट के आधार पर रैंकिंग जारी करता है। ऐसे में अब झूठी सूचनाओं का फर्जीवाड़ा रोकने के लिए ही सरकारी और निजी क्षेत्र के सभी पॉलीटेक्निक कॉलेजों को रैंकिंग दी जाएगी। इसे नए सत्र से शुरू करने की योजना है। शोध विकास एवं प्रशिक्षण संस्थान (आईआरडीटी) के निदेशक मनोज कुमार ने बताया कि वर्चुअल क्लास रूम, कार्यशाला, प्लेसमेंट, फैकल्टी, हायर एजूकेशन पाने वाले छात्रों की संख्या, लैब और वहां के विशेषज्ञों एवं परीक्षा फल समेत कई मांगों पर अंकों का वितरण किया जाएगा। इन अंको से ही रैंकिंग तय होगी। अब छात्र पोर्टल पर भी संबन्घित कॉलेज से जुड़ी जानकारियों को देख सकेंगे। अब छात्रों इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं होगी।
संस्थानों के पोर्टल पर दिखेगी रैंकिंग
रैंकिंग के लिए कॉलेजों की तरफ से दी जाने वाली जानकारी व प्रदेश स्तर पर उनकी रैंकिंग भी पोर्टल पर डाली जाएगी। ताकि छात्र और उनके अभिभावक सिर्फ एक क्लिक पर कॉलेज की स्थिति का खुद आकलन कर सकें। इससे निजी और राजकीय पॉलिटेक्निक दोनों को ही जोड़ा गया है।
ऑनलाइन ही मिल जाएगी सारी जानकारी
निदेशक मनोज कुमार ने बताया कि अब छात्रों को नए अपडेट और नोटिफिकेश भी ऑनलाइन मिल जाएंगे। छात्रों को इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं होगी। शिक्षकों से विषयों तक और परीक्षा से परिणामों तक सब कुछ ऑनलाइन ही कर दिया जाएगा।
Updated on:
08 Apr 2022 08:13 am
Published on:
08 Apr 2022 08:12 am
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