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यूपी के यह हैं दिग्गज नेता जो नौ बार लगातार विधानसभा का चुनाव जीतते रहे

इनका नाम गिनीज बुक आफ वल्र्ड रिकार्ड में दर्ज है।  

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यूपी के यह हैं दिग्गज नेता जो नौ बार लगातार विधानसभा का चुनाव जीतते रहे

लखनऊ. प्रमोद तिवारी उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक ऐसा नाम है जो विधायकी का चुनाव लगातार नौ बार जीते। सबसे बड़ी बात यह है कि वे एक ही सीट और एक ही पार्टी से लगातार नौ बार विधायक रहे। प्रतापगढ़ के रामपुर खास विधानसभा क्षेत्र से वे लगातार नौ बार विधायक चुने गए। 2012 में भी वे विधायक बने उसके बाद वे राज्यसभा के लिए चुन लिए गए। राज्यसभा के लिए चुने जाने के बाद उन्होंने यह सीट छोड़ दी, लेकिन यह सीट किसी और पार्टी के पास नहीं गई। इस सीट पर हुए उप चुनाव में प्रमोद तिवारी की बेटी आराधना मिश्रा उर्फ मोना ने विधानसभा के उप चुनाव में जीत दर्ज की।

पहली बार 1980 में

रामपुर खास सीट पर पहली बार प्रमोद तिवारी ने 1980 में कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ा और जीत का झंडा गाढ़ा। उसके बाद कांग्रेस ने यहां से आजतक किसी दूसरी पार्टी को खाता खोलने का मौका नहीं दिया। १९८० से पहले इस सीट पर दो बार निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर तेजभान सिंह चुनाव जीते थे। उसके बाद से यह सीट लगातार कांग्रेस के कब्जे में रही है।

लगातार सात चुनाव जीतने के बाद प्रमोद तिवारी को घेरने के लिए 2007 में समाजवादी पार्टी ने विज्ञात सिंह को रामपुर खास से चुनाव मैदान में उतारा था, लेकिन प्रमोद तिवारी ने उन्हें 30 हजार से अधिक मतों से पराजित कर दिया।

1984 से 1989 के बीच 2 बार राज्य मंत्री रहे

कांग्रेस के दिग्गज नेता प्रामोद तिवारी रामपुर खास सीट से लगातार 9 बार से विधायक का चुनाव जीतते आए। तिवारी इस सीट से पहली बार 1980 में जीते थे। प्रमोद तिवारी 1984 से 1989 के बीच 2 बार राज्य मंत्री रहे। वे लगातार एक ही सीट से नौ बार विधानसभा चुनाव जीतकर गिनीज बुक में अपना नाम दर्ज कराने वाले शायद पहले नेता होंगे।

विश्व रिकॉर्ड
रामपुर खास से प्रमोद तिवारी लगातार 9 बार चुनाव जीत चुके हैं। इनका नाम गिनीज बुक ऑफ़ वल्र्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है। एक दल, एक क्षेत्र और एक चुनाव चिह्न के साथ नौ बार जीतने का रिकार्ड है। वैसे नौ बार जीतने का रिकार्ड भाजपा नेता ऊदल के नाम भी है, लेकिन वे लगातार नहीं जीते थे।