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जानिए कौन हैं यूपी के राम सकल, जिन्हें राष्ट्रपति ने राज्यसभा के लिए चुना

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राज्यसभा के लिए यूपी के राम सकल को चुना है।  

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President Ramnath Kovind nominated ram sakal for Rajya Sabha.

जानिए कौन हैं यूपी के राम सकल, जिन्हें राष्ट्रपति ने राज्यसभा के लिए चुना

लखनऊ. भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राज्यसभा के लिए यूपी के राम सकल को चुना है। वह उत्तर प्रदेश के मशहूर किसान नेता और समाजसेवक भी रहे हैं। उनको दलित समाज की भलाई के लिए जीवन लगा देने वाला समाजसेवी कहा जाता है। राम सकल उत्तर प्रदेश के किसान नेता हैं। इन्होंने दलित समुदाय के कल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित किया है। जमीनी कार्यकर्ता के तौर पर गांव, तहसील, जिला, प्रदेश से होते हुए राष्ट्रीय राजनीति में भी चार दशक से ज्यादा समय तक सक्रिय राम सकल यूपी के रॉबर्ट्सगंज सीट से तीन बार संसद सदस्य भी रह चुके हैं।

इन समितियों के रहे सदस्य

वह लोकसभा सदस्य रहने के साथ-साथ श्रमिक और कल्याण, ऊर्जा, कृषि, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस से संबंधित संसद की समितियों के सदस्य भी रह चुके हैं। वह गोरखपुर यूनिवर्सिटी से जुड़े केवीपीजी कॉलेज, मिर्जापुर से राजनीति विज्ञान से मास्टर्स की पढ़ाई कर चुके हैं। वह किसानों, मजदूरों और प्रवासियों के हितों के लिए काम करने वाले अच्छे जननेता माने जाते हैं।

तीन बार रह चुके सांसद

राम सकल का जन्म यूपी के सोनभद्र जिले के शिल्पी ग्राम में हुआ था। उन्होंने वर्ष 1986 में राजनीति विज्ञान से स्नातकोत्तर की शिक्षा प्रप्त की हैं। उन्होंने अपने सार्वजनिक जीवन की शुरुआत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तहसील प्रचारक के तौर पर की थी। राम सकल यूपी के सोनभद्र जिले के रॉबर्ट्सगंज लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से तीन बार सांसद रह चुके हैं। वह वर्ष 1996, 1998 और 1999 में लगातर सोनभद्र जिले का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं और वर्ष 2004 और 2009 में लोकसभा चुनाव भी हारे हैं।

राम सकल ने पुलिस कर्मियों से जमकर गालीगलौज भी की

बताया जा रहा है कि बीते मई माह में मिर्ज़ापुर जिले में एक दरोगा को गाली देने के मामले में इनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करवाया था। संघ प्रचारक से सफर शुरू करने वाले राम सकल साधारण परिवार की श्रेणी में आते हैं। 19 मई को मिर्ज़ापुर की शहर कोतवाली में बैठाए गए एक व्यक्ति को छुड़ाने के दौरान पूर्व सांसद राम सकल ने पुलिस कर्मियों से जमकर गालीगलौज भी की थी। जब दरोगा अश्वनी त्रिपाठी की तहरीर पर शहर कोतवाली में राम सकल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। पूर्व सांसद के गालीगलौज और धमकी का वीडियो सोशल मीडिया पर जोरों से वायरल भी हुआ था।

प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का उन्हें संयोजक बनाया गया

राम सकल भाजपा में विभिन्न पदों पर रहकर कार्य कर चुके हैं। वह मिर्जापुर व कुशीनगर में संघ के पदाधिकारी भी रह चुके हैं। 15 जुलाई को यूपी में होने वाले प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का उन्हें संयोजक बनाया गया है। राज्यसभा सदस्य मनोनीत होने के बाद पूर्व सांसद ने कहा कि वो शिक्षा पूर्ण रूप से को बढ़ावा देंगे।