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दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद प्रियंका गांधी ने यूपी में बदली रणनीति

- उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारी - यूपी में अब 'केजरीवाल मॉडल' को अपनाएंगी प्रियंका गांधी

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लखनऊ

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Hariom Dwivedi

Feb 12, 2020

Priyanka Gandhi

दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद प्रियंका गांधी ने यूपी में बदली रणनीति

लखनऊ. दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार दोबारा चुनी गई। कांग्रेस वहां खाता भी नहीं खोल सकी। कांग्रेस के लिए दिल्ली में कुछ भी सकारात्मक नहीं रहा, सिवाय 'केजरीवाल मॉडल' से। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी केजरीवाल के दिल्ली मॉडल से खासी प्रभावित हैं। अब वह इस मॉडल को यूपी में कांग्रेस को मजबूत बनाने के लिए आजमाएंगी। दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने लोगों से जुड़े मुद्दों के भरोसे चुनाव में रिकॉर्ड जीत की। दिल्ली की तरह अब यूपी में भी प्रियंका गांधी स्थानीय मुद्दों के सहारे चुनावी वैतरणी पार करने की जुगत में हैं। कांग्रेसी नेताओं के मुताबिक, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारियों को ध्यान में रखते हुए अब कांग्रेस 'केजरीवाल मॉडल' का सहारा लेगी। इसके तहत कांग्रेस पार्टी यूपी में बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य, बेरोजगारी और किसानों के मुद्दों को और धार देगी।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और यूपी अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की खोई जमीन पाने को लगातार प्रयास कर रहे हैं। बात कानून कानून-व्यवस्था की हो या फिर राष्ट्रीय व स्थानीय मुद्दों की वह जमीन पर संघर्ष करती दिख रही हैं। जिलों में संगठन को मजबूत किया जा रहा है। सरकार से नाराज किसानों को भी जोड़ा जा रहा है। अब आगे की रणनीति दिल्ली के 'केजरीवाल मॉडल' पर तय की जा रही है।

कांग्रेस प्रवक्ता बोले
केजरीवाल मॉडल पर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने कहा कि यूपी में कांग्रेस पहले से ही स्थानीय मुद्दों को तरजीह देती रही है, आगे भी देगी। हां दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद कुछ मुद्दों पर पार्टी नये सिरे से रणनीति तैयारी करेगी।

अब सपा-बसपा कांग्रेस का मेन टारगेट
दिल्ली चुनाव के बाद कांग्रेस ने संभवतया अपनी रणनीति बदल दी है। उत्तर प्रदेश में बीजेपी से ज्यादा समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी कांग्रेस के निशाने पर होंगी। इनमें भी सबसे ज्यादा फोकस अखिलेश यादव पर रहेगा। कांग्रेसी सूत्रों का कहना है कि पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं से साफ कहा गया है कि जितना हो सके उतना सपा-बसपा पर हमले करो, क्योंकि सपा-बसपा ने ही कांग्रेस को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया है। गुरुवार को आजमगढ़ पहुंचीं प्रियंका ने अखिलेश यादव पर जुबानी तीर छोड़कर इसकी पुष्टि भी कर दी।