लखनऊ। रायबरेली जिले को राजनीतिक तौर पर कांग्रेस का गढ माना जाता है। यहां कांग्रेस के अलावा अन्य राजनीतिक पार्टियों का खाता ही नहीं खुलता। विधान सभा चुनाव में पांच बार से केवल अखिलेश कुमार सिंह जीत रहे हैं। 2012 में रायबरेली जिले में सपा की लहर थी सपा का खाता भी खुला लेकिन सदर सीट पर अखिलेश ही जीते। वर्तमान में पीस पार्टी से अखिलेश कुमार सिंह विधायक है। इन्होंने लगभग 25 हजार से अधिक मतों से सपा के राम प्रताप यादव को मात दी थी।
महिला प्रत्याशी नहीं हुई विजयी
रायबरेली से सोनिया गांधी सांसद है लेकिन सदर से कभी भी महिला प्रत्याशी को चुनाव में नहीं उतारा गया। कांग्रेस , भाजपा और अन्य पार्टियों ने महिला प्रत्याशी नहीं उतरा।
यहां से बदलते हैं समीकरण
अधिक मतदाता
आदमपुर 1017, जतुवा टपपे विझवन 1043, मरदानपुर 1153, सन्दीराम 1060, दाउद नगर 1142, मैनूपुर 1133, उमरा 1143, किशनपुर राय 1286, खिन्नी तल्ला 1382 और अमरनगर में 1632 मतदाता हैं।
हरदासपुर, सिधौना, सत्यनगर, इन्दिरानगर, रूपामऊ, रुस्तमपुर, बेलाटेकई, बेलाभेला, झकरासी, मुहम्मदपुर प्रमुख क्षेत्र हैं।
अब तक के विजेता
1967 मदन मोहन मिश्रा-कांग्रेस
1969 मदन मोहन मिश्रा-कांग्रेस
1974 सुनीता चैहान-कांग्रेस
1977 मोहन लाल त्रिपाठी-कांग्रेस
1980 रमेश चन्द्र शुक्ला- कांग्रेस
1985 रमेश चन्द्र शुक्ला-कांग्रेस
1989 अशोक कुमार सिंह-जेडी
1991 अशोक कुमार सिंह-जेडी
1993 अखिलेश कुमार सिंह-कांग्रेस
1996 अखिलेश कुमार सिंह-कांग्रेस
2002 अखिलेश कुमार सिंह-कांग्रेस
2007 अखिलेश कुमार सिंह -निर्दलीय
2012 अखिलेश कुमार सिंह-पीस पार्टी
आंकड़े बोलते है
कुल मतदाता
3,13,729
पुरुष वोटर
1,68,820
महिला वोटर
1,44,909
भाजपा और सपा ने दो बार दी टक्कर
रायबरेली सदर सीट से भाजपा 1967 से लेकर 2012 तक के चुनाव में केवल दो बार दूसरे नंबर पर थी। 1993 में प्रदीप कुमार त्रिवेदी और 1996 में सन्तोष कुमार मिश्रा ने कांग्रेस के अखिलेश कुमार सिंह को कड़ी टक्कर दी थी। वहीं दो बार सपा ने भी कांग्रेस को टक्कर दी थी। 2002 और 2012 में सपा दूसरे नंबर पर थी।
भाजपा का दावा
भाजपा जिलाअध्यक्ष दिलीप यादव ने बताया कि रायबरेली में कम से कम तीन सीटों पर भाजपा जीत दर्ज करेगी। यहां से भाजपा किसे प्रत्याशी बनाएगी यह पार्टी के वरिष्ठ नेता तय करेंगे। सदर सीट पर पैरासूट प्रत्याशी भी उतारा जा सकता है।