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‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ ट्रस्ट के यह होंगे 15 ट्रस्टी, अयोध्या के बड़े संतों को निराशा, लिस्ट से नाम गायब

राम मंदिर के ट्रस्ट के गठन की घोषणा के बाद अब भारत सरकार ने ट्रस्ट में शामिल होने वाले पंद्राह सदस्यों के नामों का ऐलान कर दिया है।

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लखनऊ

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Abhishek Gupta

Feb 05, 2020

Ram Mandir

Ram Mandir

लखनऊ. राम मंदिर के ट्रस्ट के गठन की घोषणा के बाद अब भारत सरकार ने ट्रस्ट में शामिल होने वाले पंद्राह सदस्यों के नामों का ऐलान कर दिया है। फिलहाल अभी लिस्ट में आठ सदस्यों की जानकारी दी गई है। ट्रस्ट में बाकी और कौन सदस्य शामिल होंगे इनके नाम स्थानीय संतों और प्रशासन की सहमति के बाद तय किए जाएंगे। सदस्यों का चयन उनकी योग्यताओं के आधार पर केंद्र व राज्य सरकार करेगी। भारत सरकार के अवर सचिव के आर मुर्मू ने इसकी जानकारी दी। ट्रस्ट में एक दलित समुदाय के अतिरिक्त एक वकील, 5 धर्मगुरूओं व डॉक्टर को भी शामिल किया गया है। अयोध्या विवाद में हिंदू पक्ष के मुख्य वकील रहे 92 वर्षीय के. पाराशरण को ट्रस्टी बनाया गया है। उनके अलावा एक शंकराचार्य समेत 5 सदस्य धर्मगुरु ट्रस्ट में शामिल हैं। अयोध्या के राजा विमलेंद्र प्रताप मिश्रा, अयोध्या के ही होम्योपैथी डॉक्टर अनिल मिश्रा और कलेक्टर को ट्रस्टी बनाया गया है।

ये होंगे ट्रस्टी-

1. के पाराशरण, सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील।
2. जगतगुरु शंकराचार्य ज्योतिषपीठाधीश्वर स्वामी वासुदेवानंद सरस्वतीजी महाराज, प्रयागराज।
3. जगतगुरु मध्वाचार्य स्वामी विश्व प्रसन्नतीर्थ जी महाराज, पेजावर मठ, उडुपी।
4. युगपुरुष परमानंद जी महाराज, हरिद्वार।
5. स्वामी गोविंद देव गिरि जी महाराज, पुणे।
6. डॉ. अनिल मिश्र, होम्पयोपैथिक डॉक्टर, अयोध्या।7. कामेश्वर चौपाल, पटना (एससी सदस्य)।8. विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, अय़ोध्या के राजा9. बोर्ड ऑफ ट्रस्टी द्वारा नामित एक ट्रस्टी, जो हिंदू धर्म का हो।11. महंत दिनेंद्र दास, निर्मोही अखाड़ा, अयोध्या बैठक, अयोध्या (निर्मोही अखाड़े का प्रतिनिधि), जो कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के पैरा 805(4) के निर्देशानुसार ट्रस्टी होगा।
12. केंद्र सरकार द्वारा नामित एक प्रतिनिधि, जो हिंदू धर्म का होगा और केंद्र सरकार के अंतर्गत भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) का अफसर होगा। यह व्यक्ति भारत सरकार के संयुक्त सचिव के पद से नीचे नहीं होगा। यह एक पदेन सदस्य होगा।
13. राज्य सरकार द्वारा नामित एक प्रतिनिधि, जो हिंदू धर्म का होगा और उत्तर प्रदेश सरकार के अंतर्गत भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) का अफसर होगा। यह व्यक्ति राज्य सरकार के सचिव के पद से नीचे नहीं होगा। यह एक पदेन सदस्य होगा।
14. अयोध्या जिले के डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर, जो कि सरकार के पूर्व कर्मचारी और हिंदू धर्म के होंगे को भी ट्रस्टी बनाया जाएगा। अगर किसी कारण से मौजूदा कलेक्टर हिंदू धर्म के नहीं हैं, तो अयोध्या के एडिशनल कलेक्टर (हिंदू धर्म) पदेन सदस्य होंगे।
15. राम मंदिर विकास और प्रशासन से जुड़े मामलों के चेयरमैन की नियुक्ति ट्रस्टियों का बोर्ड करेगा। उनका हिंदू होना जरूरी है, साथ ही वे पूर्व कर्मचारी रह चुके हों।