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सीएम योगी कई मुख्यमंत्रियों के साथ खेलेंगे होली, ब्रज की होली को अंतरराष्ट्रीय बनाने की कोशिश जारी

- 40 दिन तक चलने वाले होली महोत्सव में हर दिन देखने को मिल रहे नए रंग- 04 मार्च को कई प्रदेशों के मुख्यमंत्री और अपने कैबिनेट के साथ होली खेलेगे योगी आदित्यनाथ- योगी आदित्यनाथ ब्रज की होली को अंतरराष्ट्रीय बनाने की कर चुके हैं घोषणा

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लखनऊ

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Abhishek Gupta

Feb 27, 2020

CM yogi

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पत्रिका लाइव.

मथुरा. यूपी में इन दिनों धार्मिक महोत्सवों की धूम है। अयोध्या में राम नाम की चर्चा है तो काशी अब भी शिवमय है। गोकुल रंगोत्सव में डूबा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या, काशी और मथुरा को नयी आध्यात्मिक पहचान दी है। दशहरा, शिवरात्रि और होली को एक तरह से सरकारी आयोजन बनाकर लोगों के उत्साह को दूना कर दिया है। यूं तो बंसत पंचमी के पहले से मथुरा-वृंदावन में रंग की धूम है, लेकिन जैसे-जैसे होली नजदीक आ रही है, यहां टेसुओं का रंग और सुर्ख होता जा रहा है। इस बार बरसाना में लठामार होली खेलने खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आ रहे हैं। राज्य सरकार की तरफ से कई अन्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों को भी रंगोत्सव का न्योता भेजा गया है। योगी के साथ उनके कैबिनेट मंत्री भी होली खेलते नजर आएंगे।

मथुरा में बसंत पंचमी के मौके पर वृन्दावन स्थित बांके बिहारी मंदिर में ठाकुरजी ने अपने भक्तों के साथ गुलाल की होली खेली थी। इसी दिन श्रद्धालुओं पर गुलाल की बौछार के साथ ब्रज में 40 दिवसीय फाग महोत्सव की शुरुआत हो गई। इन दिनों ब्रज के लगभग सभी मंदिरों में होली महोत्सव अपने-अपने ढंग से मनाया जा रहा है। हर कोई बसंती पोशाक में नजर आ रहा है। भक्त भी अलग-अलग मंदिरों में कान्हा के साथ होली खेल रहे हैं। हर कोई बांके बिहारी के रंग में सराबोर है। ठाकुर के साथ होली खेलकर श्रद्धालु अलग तरह की अनुभूति का अनुभव कर रहे हैं।

माहौल बना चुके हैं सीएम-
24 फरवरी को सीएम योगी मथुरा में थे। तब इन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की मौजूदगी में कहा था कि ब्रजभूमि अद्भुत है। उसी दृष्टि से सरकार इसे देख रही है। आस्था की ताकत समझ रही है। इसलिए इस बार ब्रज की होली को अंतरराष्ट्रीय इवेंट के रूप में मनाया जाएगा। इस मौके पर उन्होंने होली को भव्य तरीके से मनाने की तैयारियों की समीक्षा भी की थी। अब वह अपने कैबिनेट के साथ 4 मार्च को बरसाना में लठमार होली खेलने आ रहे हैं। इसमें कई प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को भी न्योता भेजा गया है।

मंदिरों में गूंज रहा समाज गायन-
ब्रज की होली में समाज गायन की विशेष परंपरा है। समाज गायन में होली गीत और पद गायन की अनूठी परंपरा है जो देश-विदेश में विख्यात ब्रज की होली का ही एक अभिन्न हिस्सा है। पारंपरिक अंदाज में ठाकुरजी के समक्ष ब्रजवासी-सेवायत ब्रजभाषा में होली पदों का गायन कर रहे हैं।

संतों की होली में उड़ा अबीर-गुलाल
बृहस्पतिवार को रमणरेती स्थित गुरुशरणानंद जी महाराज के आश्रम में पारंपरिक होली का आयोजन किया गया। यहां फूलों की होली के साथ-साथ टेसू के फूलों के रंग से होली खेली गई। इसी के साथ यहां गोपाल जयंती महोत्सव का समापन हुआ। वार्षिकोत्सव में राधा-कृष्ण की रासलीला के समय हुए होली के रसिया गायन से सभी भक्त होली के रंग में रंगे नजर आये।

ये हैं ब्रज की होली के मुख्य कार्यक्रम
27 फरवरी- महावन रमणरेती आश्रम में टेसू के फूल और गुलाल की होली
3 मार्च-बरसाना में लड्डू होली
4 मार्च-बरसाना में लठामार होली
5 मार्च-नंदगांव में लठामार होली
6 मार्च-श्रीकृष्ण जन्मस्थान में होली
7 मार्च-ग़ोकुल में छड़ीमार होली
11 मार्च-दाऊजी का हुरंगा
मथुरा में इस बार सीएम योगी आदित्यनाथ खेंलेगे होली
4 को बरसाने में होली खेली जाएगी लठामार होली