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चुनाव से पहले महिलाओं को 4000 रुपये दे रही मोदी सरकार, आप भी तुरंत कराएं रजिस्ट्रेशन

योजना के तहत रजिस्टर्ड महिलाओं को बिजनेस कॉरस्पॉडेंट सखी का नाम दिया गया है। जिनको 4000 मानदेय के तौर पर सरकार ने दिए हैं। इस योजना के तहत रजिस्टर्ड महिलाओं को जहां मानदेय के तौर पर 4000 रुयये दिए जाते हैं। वहीं दूसरी ओर उनके कार्य क्षमता के अनुसार इन्हें इंसेंटिव भी दिया जाता है।

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लखनऊ

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Prashant Mishra

Jan 11, 2022

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लखनऊ. ‌ बिजनेस कॉरस्पॉडेंट सखी(बैंक सखी) योजना के तहत सरकार ने इस योजना में रजिस्टर्ड महिलाओं के खाते में 4000 रुपये ट्रांसफर किए हैं। बताते चलें ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक तौर पर मजबूत करने व रोजगार उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार की ओर से बिजनेस कॉरस्पॉडेंट सखी योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के तहत रजिस्टर्ड महिलाओं को मानदेय के तौर पर 4000 रुपये सरकार की ओर से दिए जाते हैं। सरकार ने 20000 महिलाओं के खाते में पहली किस्त ट्रांसफर कर दी है। लाभार्थियों में उत्तर प्रदेश की महिलाएं भी शामिल है।

योजना के तहत रजिस्टर्ड महिलाओं को बिजनेस कॉरस्पॉडेंट सखी का नाम दिया गया है। जिनको 4000 मानदेय के तौर पर सरकार ने दिए हैं। इस योजना के तहत रजिस्टर्ड महिलाओं को जहां मानदेय के तौर पर 4000 रुयये दिए जाते हैं। वहीं दूसरी ओर उनके कार्य क्षमता के अनुसार इन्हें इंसेंटिव भी दिया जाता है।

छोटे छोटे समूह में महिलाएं करती हैं काम

बिजनेस कॉरस्पॉडेंट सखी योजना के तहत छोटे-छोटे समूह बनाकर महिलाएं रोजगार को शुरू करती हैं। इसमें संसाधन सेविंग और फंड का प्रयोग कर महिलाएं कारोबार शुरू कर अपने पैरों पर खड़ी होते हैं। इस ग्रुप को शुरू करने के लिए 10 से 25 महिलाओं की आवश्यकता होती है। यह महिलाएं ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाओं को पहुंचाती हैं व लोगों को बैंकिंग सुविधाओं के प्रति जागरूक करती हैं। अब तक इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश में 58000 महिलाओं को रोजगार मिला है।

बैंक सखी का है ये काम

बिजनेस कॉरस्पॉडेंट सखी को आम बोलचाल की भाषा में बैंक सखी भी कहते हैं। बैंक सखी बनने के लिए 10वीं पास होना अनिवार्य है। जो महिलाएं बैंक सखी बनना चाहती हैं उन्हें ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने की जानकारी होना चाहिए। ये बैंक सखी घर-घर जाकर ग्रामीणों को वित्तीय सेवा उपलब्ध कराती हैं। अपनी सेवाओं के बदले बैंक सखी को 6 महीने में 4000 रुपये मानदेय मिलता है वहीं बैंक ट्रांजैक्शन पर बैंक सखी को कमीशन भी दिया जाता है।

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इन दस्तावेजों को होती है जरूरत

बैंक सखी बनने के लिए महिलाओं पास आधार कार्ड, बैंक पासबुक दसवीं पास की मार्कशीट, योजना सर्टिफिकेट इसके अतिरिक्त पासपोर्ट साइज फोटो व मोबाइल फोन नंबर होना चाहिए। बैंक सखी के रजिस्ट्रेशन के लिए बीसी सखी एप लॉन्च किया गया है। जिसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। जिसके बाद बैंक सखी बनने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। बैंक सखी बनने के लिए दूसरे चरण की प्रक्रिया जल्द शुरू होने वाली है। ऐसे में अगर आप इस योजना का लाभ पाना चाहती हैं तो आप ऐप को डाउनलोड कर रजिस्ट्रेशन करा सकती हैं।

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