
अधीनस्थ सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष के घर दिन दहाड़े डाका, घरेलू नौकर ने बंधक बनाकर कराई लूटपाट
लखनऊ. राजधानी के इंदिरा नगर में रहने वाले यूपी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के पूर्व अध्यक्ष राज किशोर यादव के घर बदमाशों ने दिनदहाड़े डाका डाला। वारदात की पूरी कहानी उनके घरेलू नौकर ने ही रची। सुबह कूड़ा फेंकने बाहर निकले नौकर ने अपने पांच साथियों को इशारा करके बुला लिया। घर में घुसे बदमाशों ने पति-पत्नी सहित बेटी प्रशस्ति को बंधक बनाया फिर नशीला इंजेक्शन देकर बेहोश कर दिया। करीब आधे घंटे तक लूटपाट करने के बाद डकैत फरार हो गए। दोपहर में घटना की सूचना मिलने पर महकमे में हड़कंप मच गया। एसएसपी कलानिधि नैथानी समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और पड़ताल शुरू की। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में बदमाश दिखे हैं जबकि नौकर पीछे पीछे साइकिल पर जाता हुआ नजर आ रहा है। डकैतों की धरपकड़ में लगाई गई है।
ऐसे हुई पूरी घटना
पुलिस ने बताया कि इंदिरानगर के सेक्टर-11 में मुख्यमार्ग पर अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के पूर्व अध्यक्ष राजकिशोर यादव का घर है। सोमवार की सुबह वे परिवार सहित अपने आवास पर थे। नौकर मुकेश ने सुबह 10:30 बजे कूड़ा फेंकने के लिए मेन गेट से निकला और इसके साथ छह सात बदमाशों ने घर पर धावा बोल दिया। राजकिशोर के साथ मुकेश पर तमंचा व बंदूक तान कर जान से मारने की धमकी दी। राजकिशोर के हाथपैर बांधकर बेड पर गिरा दिया। शोर सुनकर प्रशस्ति भूतल पर आई। नौकर ने बदमाशों द्वारा राजकिशोर को बंधक बनाने की बात कहकर कमरे में बुलाया। बदमाशों ने प्रशस्ति को भी पकड़ लिया। हाथपैर बांधकर उसे भी बिस्तर पर पटकने के साथ नकदी मांगी। इन्कार पर जान से मारने की धमकी देते हुए अलमारी व बक्सों की चाभी देने को कहा। दो बदमाशों ने पिता-पुत्री असलहा ताना और नौकर से दोनों को इंजेक्शन लगवाया। इसके बाद चार-पांच बदमाशों ने ने स्टोर में जाकर अलमारी व बक्से तोड़ने शुरू कर दिए। बदमाशों ने राजकिशोर की मां, पत्नी, बहू और प्रशस्ति की शादी के लिए खरीदे गहने, 50 हजार रुपये और राजकिशोर के लाइसेंसी रिवॉल्वर के साथ अन्य कीमती सामान बंटोरा। बेड पर बंधक बने पड़े पिता-पुत्री को शोर मचाने पर जान से मारने की धमकी देते हुए दोनों के मोबाइल फोन छीने। कहा कि नौकर को साथ लेकर जा रहे हैं। होशियारी दिखाई तो उसे गोली मार देंगे। इसके बाद माल लेकर फरार हो गए। काफी देर बाद प्रशस्ति ने हिम्मत जुटाकर खुद को बंधन मुक्त किया और पिता के हाथपैर खोले। शोर सुनकर घर के बाहर उनकी चश्मे की दुकान का नौकर पहुंचा। प्रशस्ति ने बेसिक फोन से कॉल करके अपने रिश्तेदारों और पुलिस को डकैती की सूचना दी। जानकारी के मुताबक चोर बक्से व अलमारी तोड़कर 30 लाख के गहने, 50 हजार की नकदी व लाइसेंसी रिवॉल्वर लेकर फरार हो गए। पॉश इलाके में दिनदहाड़े डकैती की खबर पर पुलिस के आला अफसर मौके पर पहुंचे। सीसीटीवी फुटेज में नौकर डकैतों के पीछे साइकिल से जाते नजर आया। चार थानों की पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच की टीम डकैतों व नौकर की तलाश में जुटी है।
आईडी देने से इंकार करता था नौकर
सूचना पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। डकैती की प्राथमिकी दर्ज कराने के साथ आसपास तहकीकात व सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगालने शुरू किए। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में राजकिशोर यादव के घर से माल बटोरकर निकले डकैतों के पीछे उनका नौकर साइकिल से जाते नजर आया। राजकिशोर ने बताया कि एक परिचित के कहने पर महीना भर पहले उन्होंने मुकेश को घरेलू नौकर के रूप में रखा था। उससे कई बार आधार कार्ड या अन्य आईडी मांगी लेकिन वह टालता रहा। अपनी बहन का मोबाइल नंबर नोट कराया था। पुलिस की पड़ताल में मोबाइल नंबर फर्जी निकला।
Published on:
19 Feb 2019 08:03 am
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