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स्वदेशी RT-PCR किट “ओम” करेगी Omicron की जांच, CDRI के वैज्ञानिकों ने विकसित की तकनीक

सीएसआईआर-सीडीआरआई लखनऊ के वैज्ञानिकों डॉ अतुल गोयल, डॉ नीति कुमार एवं डॉ आशीष अरोड़ा की टीम ने बायोटेक डेस्क हैदराबाद के साथ मिल कर ऑमिक्रॉन वेरिएंट की विशिष्ट पहचान के लिए स्वदेशी आरटी पीसीआर किट इंडिकोव-ओम को विकसित किया है। यह पूरी दुनिया में उपलब्ध कुछ गिनी चुनी किट्स में से एक है।

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स्वदेशी RT-PCR किट "ओम" करेगी Omicron की जांच

स्वदेशी RT-PCR किट "ओम" करेगी Omicron की जांच

Omicron: सीएसआईआर-सीडीआरआई ने कोरोना संक्रमण ओमिक्रान की जांच के लिए एक सस्ती किट "ओम" विकसित की है। यह फरवरी तक बाजार में उपलब्ध होगी। यह अब तक सबसे सस्ती आरटी-पीसीआर जांच किट होगी। सीएसआईआर-सीडीआरआई के निदेशक, प्रो. तपस के. कुंडू ने बताया जैसे-जैसे कोरोना वायरस उत्परिवर्तित (म्यूटेटेड) होता जा रहा है, उसके विभिन्न रूपों का निदान और उपचार करना और भी चुनौतीपूर्ण हो रहा है। ऑमिक्रॅान वेरिएंट, हालांकि बहुत घातक नहीं है, लेकिन यह एक सुपर स्प्रेडर कोविड वेरिएंट है। इस वायरस के म्यूटेशन का पता लगाना एस-जीन ड्रॉप आउट या पूरे वायरल जीनोम के एनजीएस (नेक्स्टजेन सीक्वेंसिंग या अनुक्रमण) जैसे परीक्षणों पर निर्भर करता है। लेकिन इससे सटीक जांच नहीं हो पाती। कुंडू ने बताया कि अब तक अधिकांश आरटी-पीसीआर आधारित डायग्नोस्टिक किट इस बात की पुष्टि नहीं करते हैं कि क्या कोविड संक्रमण अत्याधिक उत्परिवर्तित ऑमिक्रॉन वेरिएंट के कारण हो रहा है।

पूरी दुनिया की गिनी चुनी किट्स में से एक

सीएसआईआर-सीडीआरआई, लखनऊ के वैज्ञानिकों डॉ अतुल गोयल, डॉ नीति कुमार एवं डॉ आशीष अरोड़ा की टीम ने बायोटेक डेस्क हैदराबाद के साथ मिल कर ऑमिक्रॉन वेरिएंट की विशिष्ट पहचान के लिए स्वदेशी आरटी पीसीआर किट इंडिकोव-ओम को विकसित किया है। यह पूरी दुनिया में उपलब्ध कुछ गिनी चुनी किट्स में से एक है।

केजीएमयू ने की जांच

टीम लीडर डॉ. अतुल गोयल ने बताया कि रोगी के नमूनों में ऑमिक्रॉन वेरिएंट का प्रत्यक्ष पता लगाने के लिए एक स्वदेशी डायग्नोस्टिक किट विकसित की है। इस प्राइमरी जांच किट का किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी की प्रो. अमिता जैन ने कई कोविड पॉजिटिव मरीज के नमूनों का परीक्षण और सत्यापन किया गया है।

फरवरी तक आ जाएगी बाजार में

प्रो. कुंडू ने बताया कि सीडीआरआई किसी भी प्रकार के वायरल संक्रमण से निपटने हेतु चिकित्सीय और नैदानिकी दोनों ही पहलुओं पर एंटीवायरल रिसर्च में पर्याप्त विशेषज्ञता हासिल कर रहा है। ऑमिक्रॉन जांच निदान की किट भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद को जांचं के लिए भेजी गयी है। यह किट जीनोम सीक्वेंसिंग की तुलना में ऑमिक्रॉन वेरिएंट की त्वरित और कम कीमत में प्रभावी जांच उपलब्ध करायेगी। कोविड संक्रमण सहित अन्य और श्वसनसंबंधी संक्रमणों का भी इससे पता लगाया जा सकेगा। यह किट फरवरी के मध्य तक इंडिकोव-ओम नाम से बाजार में उपलब्ध हो जाएगी।