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एयरपाेर्ट पर लगी राहत की मशीनें, अब यात्रियों को साथ नहीं लानी हाेगी आरटीपीसीआर रिपाेर्ट

एयरपाेर्ट पर यात्रियों को अब पहले से आरटीपीसीआर रिपाेर्ट कराकर लानी होगी। अब आरटीपीसीआर रिपाेर्ट के लिए एयरपाेर्ट पर ही रैपिड मशीनें लगाई गई हैं।

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लखनऊ

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shivmani tyagi

Aug 20, 2021

Airport

Airport

लखनऊ . यात्रियों को अब आरटीपीसीआर रिपोर्ट के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। एयरपोर्ट पर उन्हें तुरंत रिपोर्ट मिल जाएगी हालांकि इसके लिए उन्हें शुल्क देना होगा। अमौसी एयरपोर्ट पर 30 रैपिड मशीनें लगाई गई हैं। इनमें से प्रत्येक मशीन 30 मिनट में दो यात्रियों की आरटीपीसीआर रिपोर्ट दे रही है। इन मशीनों के लगने के बाद गुरुवार को एयरपोर्ट से दुबई और शारजहां के लिए इंडिगो एयर इंडिया की फ्लाइट्स ने उड़ान भरी। यह फ्लाइट्स करीब 350 यात्रियों को लेकर रवाना हुईं।

एयरपोर्ट पर अभी तक थी ये व्यवस्था

अभी तक एयरपोर्ट पर यात्रियों को आर्टिफिशियल रिपोर्ट अपने साथ लेकर यात्रियों को जाना पड़ता था। इसमें कई तरह की परेशानियां आती थी। कई बार रिपोर्ट पुरानी होने की वजह से उसे माना जाता था। ऐसे में यात्रियों को भी आशंका बनी रहती थी और उन्हे खासी परेशानी उठानी पड़ती थी। अब जब दुबई में भारतीय यात्रियों के लिए अपने देश के दरवाजे खोल दिए हैं ऐसे में एयरपोर्ट पर आवाजाही बढ़ने लगी है। इसी समस्या को देखते हुए लखनऊ के अमौसी स्थित एयरपोर्ट पर आरटी पीसीआर मशीनें लगाई गई हैं।

यात्रियों ने नाम दिया राहत की मशीनें ( RTPCR test facility )

जब यात्रियों को इस बात का पता चला कि अब उन्हे एयरपोर्ट पर आरटीपीसीआर रिपाेर्ट लेकर नहीं जाना पड़ेगा। एयरपोर्ट पर ही आरटीपीसीआर रिपोर्ट मिल जाएगी तो उन्होंने इन मशीनों को राहत की मशीने बताया। दरअसल इन मशीनों के लगने के बाद यात्रियों को खासी राहत मिली है हालांकि उनकी जेब पर थोड़ा सा असर जरूर पड़ा है। एयरपोर्ट पर होने वाली इन आरसी पीआरसीआर रिपोर्ट के लिए यात्रियों को अपनी जेब से सुविधा शुल्क देना होगा।

इसलिए पड़ी आवश्यकता (Amausi Airport )

एयरपोर्ट पर प्रवेश के लिए यात्रियों को चार घंटे पहले की आरटीपीसीआर रिपोर्ट दिखाना जरूरी है। ऐसे में यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ती थी। चार घंटे पुरानी आरटीपीसीआर रिपोर्ट लेकर हवाई अड्डे पर पहुंचना एक बड़ी परेशानी वाला काम था। अब एयरपोर्ट प्रशासन ने अमौसी एयरपोर्ट पर 30 मशीनें लगाई हैं। ये रैपिड मशीनें तुरंत आरटीपीसीआर रिपोर्ट देती हैं। प्रत्येक मशीन की क्षमता आधे घंटे में दो यात्रियों की रिपोर्ट देने की है। यानी एक घंटे में यह मशीनें 120 लोगों की रिपोर्ट दे सकती हैं। इन मशीनों के लगने के बाद पहले ही दिन 350 यात्रियों ने अमौसी एयरपोर्ट से अपनी यात्रा शुरू की।

आरटीपीसार रिपोर्ट के कारण एक पखवाड़े में 15 उड़ानें रद्द
यात्री कोविड-19 प्रोटोकॉल की शर्तों को पूरा नहीं कर पा रहे थे। ऐसे में एक के बाद एक उड़ाने रद्द करनी पड़ रही थी। अमौसी स्थित एयरपोर्ट से मिली सूचना के अनुसार पांच अगस्त से 19 अगस्त तक करीब 15 उड़ानें इसलिए रद्द करनी पड़ी क्योंकि खाड़ी देशों की शर्तों को यात्री पूरा नहीं कर पा रहे थे। इनमें सबसे बड़ी शर्त यही थी कि बोर्डिंग से ठीक पहले की आरटीपीसीआर जांच मांगी जा रही थी। यह रिपोर्ट मुश्किल से ही मिल रही थी। ऐसे में इसी समस्या को देखते हुए अब एयरपोर्ट पर मशीनें लगाई गई हैं।

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