संगीत में उषा खन्ना की पहचान भारतीय सिने इतिहास की पहली स्थापित महिला संगीतकार के तौर पर बनी थी। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1959 में आई फिल्म 'दिल देकर देखो' से की। इसके बाद उन्होंने लगातार कई फिल्मों में हिट गाने दिए। येसुदास से उन्होंने एक गीत गवाया 'दिल के टुकड़े-टुकड़े करके, मुस्कुराके चल दिये, जाते-जाते ये तो बता जा, हम जीएंगे किसके लिए 'जो हिट गया । इतना हिट हुआ कि उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड से नवाजा गया। उन्होंने 'सौतन' फिल्म के गीत कंपोज किए। वह हिट हुए। आखिर ऊषा को फिल्मफेयर नामांकन मिला।