11 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

समझौते के तहत यूपी में चुनाव लड़ेंगे सपा-कांग्रेस

यूपी में मुस्लिम मतों का बिखराव रोकने की मजबूरी के तहत कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच रणनीति समझौते की बात अंतिम दौर में है। सपा के वरिष्ठ नेताओं की मानें तो कांग्रेस और समाजवादी पार्टी विधानसभा चुनाव साथ तो लड़ेंगे लेकिन गठबंधन की घोषणा चुनाव बाद ही होगी।

2 min read
Google source verification

image

Raghvendra Pratap

Dec 19, 2016

soniya rahul and mulayam akhilesh

soniya rahul and mulayam akhilesh

लखनऊ. उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले ही राजनीतिक दलों के बीच जोड़-तोड़ की कवायदें तेज हो गई हैं। यूपी में मुस्लिम मतों का बिखराव रोकने की मजबूरी के तहत कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच रणनीति समझौते की बात अंतिम दौर में है। सपा के वरिष्ठ नेताओं की मानें तो कांग्रेस और समाजवादी पार्टी विधानसभा चुनाव साथ तो लड़ेंगे लेकिन गठबंधन की घोषणा चुनाव बाद ही होगी। मुस्लिम वोटबैंक को सपा से जोड़े रखने की चुनौती पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव के लिए चिंता का सबब बनी हुई है। ऐसे में गठबंधन उनकी भी मजबूरी है। गठबंधन न होने की स्थिति में यदि मुस्लिम मत बंटता है तो इसका सीधा फायदा भारतीय जनता पार्टी को होगा। इसके लिए दोनों दल संयुक्त रूप से भाजपा को हराने वाली रणनीति पर काम कर रहे हैं।

दोनों दलों का प्रतिद्वंदी भाजपा
राज्य विधानसभा चुनाव में इन दोनों दलों की नजर में सबसे बड़ी प्रतिद्वंद्वी भाजपा है। इस लिए दोनों पार्टियों के चुनावी रणनीतिकारों की नजर भाजपा के प्रत्याशियों पर है। माना जा रहा है कि भाजपा प्रत्याशियों का नाम सामने आने के बाद ही दोनों दल अंतिम दौर में अपने संयुक्त प्रत्याशी के नाम का एलान कर सकते हैं, जो भाजपा को हराने की कूवत रखता होगा। सूत्रों के मुताबिक, दोनों दलों के बीच समझौता अंतिम दौर में पहुंच चुका है, जो इन पार्टियों के शीर्ष नेताओं के बीच एक मुलाकात के बात पक्का हो जाएगा।

सीटों पर अटका मामला भी जल्द सुलझेगा
गठबंधन को लेकर सीटों के बंटवारे पर अटका मामला भी बहुत हद तक सुलझ गया है। समाजवादी पार्टी के सूत्रों की मानें तो चुनावी गठबंधन के लिए तैयार फामरूले में जीती हुई सीट के साथ दूसरे नंबर पर रही पार्टी को संबंधित सीट देने की बात कही गई है। हालांकि, यह फामरूला शुरुआती है, जिसके मुताबिक कांग्रेस को केवल 59 सीट और सपा को 301 सीट मिल सकती है। लेकिन पार्टी इस फामरूले को मानने से इन्कार कर चुकी है।

ये भी पढ़ें

image