राज्य विधानसभा चुनाव में इन दोनों दलों की नजर में सबसे बड़ी प्रतिद्वंद्वी भाजपा है। इस लिए दोनों पार्टियों के चुनावी रणनीतिकारों की नजर भाजपा के प्रत्याशियों पर है। माना जा रहा है कि भाजपा प्रत्याशियों का नाम सामने आने के बाद ही दोनों दल अंतिम दौर में अपने संयुक्त प्रत्याशी के नाम का एलान कर सकते हैं, जो भाजपा को हराने की कूवत रखता होगा। सूत्रों के मुताबिक, दोनों दलों के बीच समझौता अंतिम दौर में पहुंच चुका है, जो इन पार्टियों के शीर्ष नेताओं के बीच एक मुलाकात के बात पक्का हो जाएगा।