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महिला कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज को लेकर समाजवादी पार्टी ने दिया बड़ा बयान

समाजवादी पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज से सपा आक्रोशित है।

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लखनऊ

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Abhishek Gupta

Jul 03, 2018

Lathicharge

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लखनऊ. समाजवादी पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज से सपा आक्रोशित है। दरअसल आज सुबह महिला सुरक्षा की मांग को लेकर पार्टी के नेता व कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे थे। तभी पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज कर दिया जिससे कई कार्यकर्ताओं को चोटें भी आ गईं। इन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस लाठीचार्ज में घायल हुईं इन महिला समाजवादी कार्यकर्ताओं का हाल जानने विधान परिष्द नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन अस्पताल पहुंचे। इस मामले में समाजवादी पार्टी ने पुलिस लाठीचार्ज की निंदा की है।

सपा महिला विंग ने दारूलशफा में बुलाई थी बैठक-
समाजवादी पार्टी की महिला विंग ने लखनऊ के दारूलशफा में बैठक बुलाई थी जिसमें मोदी और योगी सरकार की ख़ूब खिंचाई की जा रही थी। इसमें लखनऊ में संस्कृति राय की हत्या पर भी चर्चा हुई जिसमें बारह दिनों बाद भी इस लड़की के हत्यारों का कुछ सुराग़ नहीं मिला है। इसी के साथ पेट्रोल डीज़ल के बढ़ें दामों से नाराज़ समाजवादी पार्टी कार्यकर्ता हज़रतगंज पहुँच गईं।

लगाए योगी- मोदी हाय हाय के नारे-

यह सभी कार्यकर्ता महात्मा गांधी की प्रतिमा के नीचे धरना देने लगे और योगी- मोदी हाय हाय के नारे लगने लगे। इसके बाद वे सभी आगे बढ़ीं और राज भवन जाकर राज्यपाल राम नाईक से मिलने जा रही थी, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। इसी बात पर धक्का मुक्की शुरू हो गई और पुलिस ने महिला कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज कर दिया व उन्हें दौड़ा दौड़ा कर पीटा। एमएलसी लीलावती कुशवाह समेत कुछ कार्यकर्ताओं को चोटें भी आईं। और उन्हें यहां सिवल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

सपा ने जारी किया बयान-

पार्टी की महिला सभा की अध्यक्ष गीता सिंह ने पुलिस द्वारा लाठीचार्ज की निंदा करते हुए कहा कि अब योगी सरकार और उनकी पुलिस हमें विरोध प्रदर्शन तक नहीं करने दे रही है। वहीं सपा की ओर से आए एक बयान में कहा गया है कि प्रदेश में दिन पर दिन बेलगाम होते महिला अपराधों के खिलाफ लोकतांत्रिक दायरे में प्रदर्शन करना अब अपराध है। ध्वस्त कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाने पर समाजवादियों पर लाठीचार्ज यूपी में व्याप्त लठ'तंत्र' को दर्शाता है। समाजवादियों का संघर्ष जारी रहेगा।