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उत्तर प्रदेश में शुरू हुआ ‘संभव 5.0’ अभियान, 30 सितंबर तक कुपोषण के खिलाफ चलेगा सघन अभियान

उत्तर प्रदेश में नवजात शिशुओं और गर्भवती महिलाओं को कुपोषण से बचाने के लिए राज्य सरकार ने ‘संभव 5.0’ नामक व्यापक पोषण अभियान की शुरुआत की है। यह विशेष अभियान 30 सितंबर 2025 तक चलेगा। इसका फोकस गंभीर और मध्यम कुपोषण से प्रभावित बच्चों और गर्भवती महिलाओं की पहचान, उपचार और समुचित देखभाल पर रहेगा।

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लखनऊ

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Aman Pandey

Jul 25, 2025

गंभीर व मध्यम कुपोषण से ग्रस्त बच्चों और माताओं की स्थिति में सुधार के लिए संभव अभियान चलेगा। इस बार अभियान की थीम "छह माह – सात बार" रखी गई है, जिसके अंतर्गत छह महीने से कम आयु के शिशुओं की सात बार जांच और निगरानी की जाएगी, ताकि समय रहते कुपोषण के लक्षणों की पहचान की जा सके और प्रभावी उपचार शुरू किया जा सके।

स्वास्थ्य और बाल विकास विभाग की साझा पहल

अभियान को स्वास्थ्य विभाग और बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग मिलकर संचालित करेंगे। इसके अंतर्गत आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर नवजातों और माताओं की स्थिति का मूल्यांकन करेंगे।

मुख्य कार्यों में शामिल हैं

  • बच्चों का वजन मापना,
  • पोषण स्थिति दर्ज करना,
  • स्तनपान की निगरानी,
  • गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्रों से जोड़ना।

गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों की प्रत्येक 15 दिन पर फॉलोअप जांच की जाएगी। आवश्यकता पड़ने पर उन्हें चिकित्सा केंद्रों पर रेफर किया जाएगा।

गर्भवती महिलाओं पर भी विशेष ध्यान

गर्भवती महिलाओं के लिए भी इस अभियान में महत्वपूर्ण पहल की गई है, जिनमें शामिल हैं:

  • वजन मापन और हीमोग्लोबिन की जांच,
  • आयरन और कैल्शियम की नियमित आपूर्ति,
  • प्रथम तिमाही में ‘गोद भराई दिवस’ के आयोजन,
  • पोषण जागरूकता और सलाह।

जनप्रतिनिधियों की भागीदारी अनिवार्य

अभियान में सांसद, विधायक, ग्राम प्रधान और पार्षदों जैसे जनप्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी भी सुनिश्चित की जा रही है, ताकि पोषण के मुद्दे पर सामुदायिक जागरूकता को और मजबूती मिल सके।