डॉ अमिता ने बताया कि लखनऊ से सटे इटौंजा, बीकेटी, मोहान, अमेठी, गुसाइगंज, काकोरी, मलिहाबाद और डालीगंज में गौरैया की गणना की। यह काउंटिंग हमने वैज्ञानिक मैथेड प्वाइंट काउंटिंग और लाइन ट्रासिट मैथेड से किया। इसमें सबसे चौंकाने वाली बात यह सामने आई कि गांव में गौरैया की संख्या कम थी। इस गणना से यह पता चला कि इटौंजा में सबसे कम गौरेया थी। वहां पर गणना में गौरैया की संख्या 17 पाई गई। वहीं लखनऊ शहर के डालीगंज में 927 गौरैया पाए गए। डॉ अमिता ने बताया कि यह सर्वे गौरैया चिड़िया पर पीएचडी कर रहे उनके स्टूडेंट्स द्वारा किए गए हैं। इस सर्वे में यह पता चला है कि लखनऊ में कुल 2767 गौरैया हैं।