ये भी पढ़ें- UP Board Exam 2020: योगी सरकार का बड़ा एक्शन, नकल करा रहे 29 कॉलेजों की मान्यता रद्द, 141 को जेल इन पार्टियों में रहे और लगातार जीते- 2017 विधानसभा चुनाव में दुद्धी से हार के बाद उनका राजनीतिक भविष्य खतरे में आ गया था। माना जाता है कि बार-बार दल बदलना उनकों महंगा पड़ गया। 65 वर्षीय विजय सिंह गोंड़ ग्राम कठोली पोस्ट झारोकला दुद्धी के निवासी हैं। विजय सिंह गोड़ ने 1980 से 2007 तक 27 वर्षों में तीन दल बदले और एक बार निर्दल ही चुनावी मैदान में उतरे व लगातार जीते। 1980 से 1989 तक वह कांग्रेस से विधायक रहे, 1989 से 1991 तक निर्दल विधायक रहे, 1991 से 1996 तक व जनता दल में रहे और विधानसभा चुनाव जीते। 1996 से वर्ष 2007 तक वह समाजवादी पार्टी से विधायक रहे। 2017 विधानसभा चुनाव में वह बसपा के टिकट से लड़े लेकिन अपना दल प्रत्याशी हरिराम से वह हार गए।
ये भी पढ़ें- UP Board Exam 2020: यहां नकल कराने में विफल माफियाओं ने किया पथराव, शिक्षकों से दुर्व्यवहार अखिलेश ने आदिवासियों के विकास के लिए बहुत सी योजनाएं लागू की-
अखिलेश यादव ने शनिवार को उम्मीद जताई है कि विजय सिंह के आने से समाजवादी पार्टी को मजबूती मिलेगी। तो वहीं विजय ने कहा कि सभी दलों ने आदिवासी समाज को धोखा दिया है। समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव पर उन्हें पूरा विश्वास है कि वही न्याय करेंगे तथा सम्मान देंगे। अखिलेश यादव ने अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में आदिवासियों के विकास के लिए बहुत सी योजनाएं लागू की थी। 2022 में समाजवादी सरकार बनने पर आदिवासियों का भाग्य उदय हो सकेगा।
अखिलेश यादव ने शनिवार को उम्मीद जताई है कि विजय सिंह के आने से समाजवादी पार्टी को मजबूती मिलेगी। तो वहीं विजय ने कहा कि सभी दलों ने आदिवासी समाज को धोखा दिया है। समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव पर उन्हें पूरा विश्वास है कि वही न्याय करेंगे तथा सम्मान देंगे। अखिलेश यादव ने अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में आदिवासियों के विकास के लिए बहुत सी योजनाएं लागू की थी। 2022 में समाजवादी सरकार बनने पर आदिवासियों का भाग्य उदय हो सकेगा।