
Ram Mandir
अयोध्या। धर्म नगरी अयोध्या में बन रहा प्रभु श्रीराम का मंदिर अब भव्य आकार लेने लगा है। तीन चरण में पूरा होने वाले निर्माण कार्य के प्रथम चरण का कार्य लगभग 80 प्रतिशत पूरा हो चुका है। रविवार को श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ ट्रस्ट ने निर्माण प्रगति से पत्रकारों को रूबरू कराने के आमंत्रित किया था। मंदिर के बाहर आठ एकड़ में परकोटा बनाया जा रहा है, जिसका आयताकार 800 गुणे 800 मीटर का बताया जा रहा है।
राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य अनिल कुमार मिश्रा ने बताया की वर्ष 2024 में मकर संक्रांति के बाद शुभ मुहूर्त पर प्राण प्रतिष्ठा करने के बाद राम भक्त भगवान का दर्शन कर सकेंगे। पहली चैत राम नवमी पर सूर्य की किरण भगवान के ललाट पर पड़ेगी, इसकी व्यवस्था की जा रही है। इस भव्य स्वरूप का पड़ोसी जनपद समेत शहर के लोग आसानी से दर्शन कर सकेंगे। ऐसे लोग जो रामनगरी नहीं पहुंच पाएंगे वे टेलीविजन पर भगवान का दर्शन कर सकेंगे। बताया कि इस परिसर में 300 से 400 लोग एक साथ दर्शन कर पाएंगे। ये मंदिर पूरी तरह से खास है। 500 सालों की प्रतीक्षा के बाद मंदिर का निर्माण हो रहा है। बताया कि मंदिर निर्माण का ज्यादातर काम पूरा कर लिया गया है, जबकि भगवान की मूर्ति निर्माण का काम तय समय से पूरा कर लिया जाएगा।
भूतल पर स्थित 166 खंभों पर उकेरी जा रही मूर्तियां
श्री मिश्र ने बताया कि राम मंदिर में भूतल का काम पूरा करने के बाद आइसोग्राफी यानि प्रतिमा विज्ञान के आधार पर खंभों में रामायण के प्रसंगों के आधार पर मूर्तियों का निर्माण चल रहा है। भूतल पर कुल 166 खंभे लगाए गए हैं। इनमें 6 खंभे अष्टकोण के गर्भ गृह के हैं। इनमें से गर्भ गृह के सभी खंभे श्वेत संगमरमर के हैं, शेष सभी 160 खंभे पिंक सेंडस्टोन जयपुर के हैं। गर्भगृह के दीवार और छत का काम पूरा हो चुका है। फर्श का काम अभी किया जाना है। खंभों पर अलग-अलग देवी-देवताओं के चित्र भी बनाए जा रहे हैं। कारीगरों से जब पूछा गया कि एक चित्र बनाने में कितना समय लगता है तो उन्होंने कहा कि 1 से 2 दिन लग जा रहा है।
Published on:
09 Jul 2023 05:06 pm
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