26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

सपा ने घोषित किए MLC प्रत्याशी, अखिलेश यादव ने कई लोगों को दिया दोबारा मौका

समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में होने वाले एमएलसी चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। इसमे ज़्यादातर ऐसे भी हैं जो दूसरी बार एमएलसी बनाए जा रहे हैं।

2 min read
Google source verification

लखनऊ

image

Dinesh Mishra

Mar 16, 2022

akhilesh yadav

akhilesh yadav

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद अब प्रदेश में विधान परिषद चुनाव होने जा रहे हैं। इसमें समाजवादी पार्टी ने अपनी आज लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में समाजवादी पार्टी ने लगभग प्रदेश के हर वर्ग और हर क्षेत्र को ध्यान में रखा है। इस बार एमएलसी चुनाव में भाजपा और सपा ही मैदान में हैं। क्योंकि बसपा और कांग्रेस ने अपने विधायक खो दिये हैं। यानी उनके पास इतनी संख्या भी नहीं है कि वो अपना एक भी विधानसभा परिशाद का प्रत्याशी जीता सकें। इसलिए इस बार एमएलसी में सबसे ज्यादा प्रत्याशी भाजपा के होने वाले हैं। दूसरे नंबर पर सिर्फ सपा ही होगी।

अखिलेश यादव ने जारी कर दी एमएलसी लिस्ट

बाराबंकी से राजेश यादव समाजवादी पार्टी के एमएलसी प्रत्याशी

जौनपुर से मनोज कुमार समाजवादी पार्टी के एमएलसी प्रत्याशी

वाराणसी से उमेश कुमार समाजवादी पार्टी के एमएलसी प्रत्याशी

पीलीभीत शाहजहांपुर से अमित यादव समाजवादी पार्टी के एमएलसी प्रत्याशी

प्रतापगढ़ से विजय बहादुर यादव एमएलसी प्रत्याशी

आगरा फिरोजाबाद से दिलीप सिंह यादव समाजवादी पार्टी के एमएलसी प्रत्याशी

गोरखपुर महाराजगंज से रजनीश यादव को टिकट

झांसी जालौन ललितपुर से श्याम सुंदर सिंह को टिकट

लखनऊ उन्नाव से सुनील कुमार सिंह को टिकट

बस्ती सिद्धार्थनगर से संतोष यादव को टिकट

रायबरेली से वीरेंद्र शंकर सिंह को टिकट

फैजाबाद से हीरालाल यादव को टिकट

आजमगढ़ मऊ से राकेश कुमार यादव को टिकट

रामपुर बरेली से मसकूर अहमद को टिकट

समाजवादी पार्टी ने हाल ही मे हुए विधान सभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया था। लेकिन सरकार बनाने की स्थिति में वो नहीं आ पाए। ऐसे में एमएलसी चुनाव में अपने ज्यादा से ज्यादा प्रत्याशियों को जितना उनका एक बड़ा लक्ष्य होगा। वहीं अखिलेश यादव लगातार अपने सहयोगियों के हितों का दबाव भी बढ़ता जा रहा है। जिससे वो काफी दबाव महसूस कर रहे हैं। वहीं उत्तर प्रदेश में नई सरकार गठन के बाद ही बड़ी चुनौतियाँ सामने आएंगी। जिसमें सबसे पहले लोकसभा चुनाव 2024 ही होंगे।