
सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ सफेद कुर्ते में स्वतंत्र देव सिंह
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह का आज बर्थडे है। स्वतंत्र देव सिंह भाजपा के उन नेताओं में से हैं, जो RSS की पृष्ठभूमि से आते हैं। पहले ABVP में रहे फिर भाजपा संगठन में भी तमाम बड़े पदों पर रहे। स्वतंत्र देव सिंह के राजनीतिक करियर के साथ-साथ उनके नाम का किस्सा भी बेहद दिलचस्प है।
माता-पिता ने नाम रखा था कांग्रेस
13 फरवरी 1964 को मिर्जापुर के ओरी गांव में जन्में स्वतंत्र देव सिंह को माता-पिता से जो नाम मिला था, वो था- कांग्रेस सिंह।
स्वतंत्र देव सिंह छात्र रहते हुए ही RSS और ABVP से जुड़ गए। ऐसे में दिनभर कांग्रेस के खिलाफ राजनीति करना कांग्रेस नाम के आदमी के लिए मुश्किल हो रहा था। RSS के कार्यक्रमों में भी उनको ये नाम असहज करता था।
कांग्रेस सिंह ने नाम बदलने की सोची तो काम आया उनका अखबार स्वतंत्र भारत। इसी अखबार में वह इन दिनों रिपोर्टर थे। अखबार के नाम पर ही उन्होंने नाम बदलकर रख लिया स्वतंत्र देव सिंह। इसके बाद वो इसी नाम से उनकी पहचान बनी और आज वो यूपी की राजनीति में अहम चेहरा हैं।
80 के दशक में की राजनीति की शुरुआत
80 के दशक में ग्रेजुएशन करते हुए ही स्वतंत्र देव सिंह ने छात्र राजनीति शुरू कर दी थी। ग्रेजुएशन करते हुए 1986 में वो RSS के प्रचारक बन गए। इसके बाद ABVP और फिर उनकी भाजपा में एंट्री हुई।
1989 में स्वतंत्र देव अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में पहली बार संगठन मंत्री बने और फिर 1991 में भाजपा युवा शाखा कानपुर के प्रभारी। 2001 में उनको भाजपा युवा मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। इसके बाद 2019 में उनको उत्तर प्रदेश भाजपा का अध्यक्ष चुना गया। जिस पद पर वो 3 साल तक रहे।
2022 में संगठन से सरकार में आए
2022 में उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने वापसी की तो स्वतंत्र देव सिंह सगंठन से सरकार की तरफ आए। उनको कैबिनेट मंत्री बनाया गया और जल शक्ति मंत्रालय सौंपा गया। स्वतंत्र देव सिंह कुर्मी जाति से आते हैं। उनको मौजूदा भाजपा सरकार में पिछड़ों का अहम चेहरा माना जाता है।
Updated on:
13 Feb 2023 07:48 am
Published on:
13 Feb 2023 07:47 am
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