
सैफ अली खान को अस्पताल पहुंचाने वाले भगत सिंह राणा
Saved Saif Ali Khan's life:हमले में घायल फिल्म स्टार सैफ अली खान की जान बचाने वाले भजन सिंह राणा उत्तराखंड के यूएस नगर जिले के खटीमा के रहने वाले हैं। बीते 16 जनवरी की देर रात वारदात के बाद घायल सैफ अली जब अस्पताल पहुंचाने के लिए मदद मांग रहे थे तो भजन राणा ने ही उन्हें घायल अवस्था में अस्पताल पहुंचाया था। राणा खटीमा के मोहनपुर गांव के निवासी हैं। फिल्म स्टार सैफ अली खान की जान बचाने वाले भजन की अब पूरे राज्य में चर्चा है। लोग फोन करके उनसे उस रात का पूरा हाल ले रहे हैं। भजन सिंह के मुताबिक उन्होंने केवल इंसानियत का फर्ज निभाया। वह घायल अवस्था में पड़े सैफ अली खान को अपने ऑटो से अस्पताल ले गए थे। उनकी तत्परता से ही अब सैफ अली खान की हालत में सुधार है। लोग भजन सिंह राणा की इंसानियत को सलाम कर रहे हैं। पूरा उत्तराखंड उन पर गर्व कर रहा है। इंसानियत, ईमानदारी, मेहनत और जज्बा ही उत्तराखंड के लोगों की खास पहचान मानी जाती है।
यह पूरा घटनाक्रम होने के बाद उन्होंने शनिवार को सुबह फोन पर बताया कि उन्हें पता ही नहीं था कि जिस हस्ती को वह ऑटो में लेकर जा रहे हैं वह देश के बहुत बड़े एक्टर सैफ अली खान हैं। वीडियो में भजन सिंह राणा बता रहे हैं कि वह घायल सैफ अली खान को पहचान नहीं पाए थे। एक्टर सैफ अली खान घायल अवस्था में उनके ऑटो में बैठे थे, लेकिन वो नहीं जानते थे कि घायल व्यक्ति कौन हैं। अगले दिन जब उन्हें पता चला कि उन्होंने जिस व्यक्ति को घायल अवस्था में अस्पताल पहुंचाया था वह फेसम फिल्म एक्टर सैफ अली खान थे।
भजन सिंह के मुताबिक उस वक्त प्राथमिकता घायल व्यक्ति को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाने की थी। मोहनपुर निवासी राजू गोराया ने जब सैफ अली खान को लेकर सोशल मीडिया में वीडियो देखे तो उन्हें पता चला कि उन्हें ऑटो में अस्पताल पहुंचाने वाले गांव के भजन सिंह राणा ही हैं। उन्होंने सोशल मीडिया में वीडियो शेयर किया। लिखकर खुशी जताई और बोले गांव के भजन ने इंसानियत निभाई। भजन का परिवार बेहद गरीब है।
भजन सिंह के घर में मां कुसुमवती, पत्नी रागिनी देवी, बेटी शीतल, बेटा मोहित, भाई अशोक सिंह, भाभी संध्या, रूबी हैं। सैफ अली खान की जान बचाने में भजन सिंह की बड़ी भूमिका सामने आने से पूरे इलाके के लोग फक्र महसूस कर रहे हैं। परिवार वालों के मुताबिक भजन सिंह राणा पिछले 20 साल से मुंबई में रह रहे हैं। वह मुंबई में ऑटो रिक्शा चला रहे हैं। साल 2004 में काम के सिलसिले में वो खटीमा से मुंबई चले गए थे।
Updated on:
19 Jan 2025 09:04 am
Published on:
19 Jan 2025 08:43 am
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