
Ashok Dohre
इटावा. टिकट से वंचित किए गए भारतीय जनता पार्टी के सांसद अशोक दोहरे ने कांग्रेस का दामन थान लिया है और इटावा से ही उन्हें प्रत्याशी भी घोषित किया गया है। कांग्रेस द्वारा जारी की गई 5 प्रत्याशियों की सूची में चार असम तो एक (अशोक दोहरे) यूपी से उम्मीदवार घोषित किया गया है। इससे पहले कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करते हुए उन्होंने भाजपा पर कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि लंबे समय से उनका भाजपा में अपमान किया जा रहा था। उन्हें टिकट मिलता या न मिलता, इसका उन्हें कोई गम नहीं था। वह सामान्य कार्यकर्ता बनकर पार्टी में काम करने के लिए तैयार थे, लेकिन पार्टी लगातार सभाओं में भी उनका अपमान कर रही थी, जिससे निराश होकर उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया।
रिपोर्ट कार्ड के आधार के काटा था नाम-
इटावा से टिकट कटने के बाद उनकी काग्रेंस पार्टी के बड़े नेताओं लगातार बात चल रही थी। आपको बता दें कि इटावा के सांसद अशोक दोहरे का टिकट भारतीय जनता पार्टी हाईकमान में सांसद रिपोर्ट कार्ड के आधार पर काट दिया थे और उनके स्थान पर आगरा के सांसद रामशंकर कठेरिया को टिकट दिया गया थे।
बसपा सरकार में रह चुके हैं मंत्री-
2014 के आम चुनाव के अशोक दोहरे मोदी लहर में इटावा संसदीय सीट से सांसद निर्वाचित हुए थे। इससे पहले अशोक दोहरे बहुजन समाज पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ता रहे हैं। पूर्व की बसपा सरकार में वे जल संसाधन मंत्री भी रह चुके हैं, लेकिन बसपा सुप्रीमो से अनबन के बाद उनको पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। 2014 के आम चुनाव से पहले अशोक दोहरे ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया और भारतीय जनता पार्टी ने इटावा सीट से अशोक दोहरे को अपना उम्मीदवार बनाया जिस पर अशोक दोहरे पूरी तरीके से खरे उतरे।
Updated on:
29 Mar 2019 05:49 pm
Published on:
29 Mar 2019 05:45 pm
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