रोते-बिलखते घाट पहुंचा था आनंद
परिजन अशोक का शव लेकर सरूपुर घाट पहुंचे। इसी दौरान आनंद भी रोते-बिलखते घाट पहुंच गया। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि वह इतना ज्यादा रो रहा था कि उसका कहा भी कुछ भी समझ नहीं आ रहा था।
उधर, अशोक की चिता को मुखाग्नि देने के बाद सभी परिजन और जानने वाले धीरे-धीरे घर जाने लगे। कुछ लोग वहां घाट के पास ही मौजूद थे। इसी बीच पता चला कि आनंद अशोक की जलती चिता पर जाकर लेट गया है। सभी उसे बचाने के लिए दौड़ पड़े।
लोग बोले- एक-दूसरे के हमदर्द थे अशोक और आनंद
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि अशोक और आनंद एक-दूसरे के हमदर्द थे। दोनों एक साथ खेले-कूदे, पढ़े और बड़े हुए। अशोक को कैंसर था। इस पर अक्सर आनंद मलाल करता था। मृतक आनंद की पत्नी का नाम गुड्डी देवी है। उसकी 5 बेटियां हैं, जिसमें बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है। 2 साल पहले उसने अपने छोटे भाई का बेटा गोद लिया था। वहीं, मृतक अशोक की पत्नी का नाम ममता देवी है। उसके दो बेटे हैं।
SP ग्रामीण रणविजय सिंह ने बताया कि सरूपुर घाट में यह घटना हुई है। आनंद नाम के शख्स ने जलती चिता पर आत्मदाह का प्रयास किया है। घायल को आगरा रेफर किया गया है। पुलिस मामले की जांच-पड़ताल कर रही है।
आनंद गौरव राजपूत ने जो किया, वह कोई नहीं करता है। उसकी हरकत को जुनून कहा जाए या मानसिक रूप से विक्षिप्त जैसा कार्य, यह चर्चा जोरों पर है। इस समय आग के पास जाना भी मुश्किल हो रहा है, वहीं आनंद गौरव अपने दोस्त की जलती चिता पर लेट गया। देखते ही देखते उसका पूरा बदन जल उठा। उसकी हरकत को देख वहां मौजूद लोग आश्चर्य चकित रह गए। जिन्होंने मंजर को अपनी आंखों से देखा, उनकी आंखों से वह सीन ओझल नहीं हो रहा है।