
Unnao rape case
लखनऊ. न्याय प्रणाली के लिए अंग्रेजी में एक कहवात है, "जस्टिस डीलेड इज जस्टिस डिनाइड" (Justice Delayed Is Justice Denied), उन्नाव गैंगरेप (Unnao Gangrape) मामले के लिए इस कहावत का इस्तेमाल करना गलत नहीं होगा। एक वर्ष पहले हुई गैंगरेप की वारदात के मामले में पीड़िता को अभी तक न्याय नहीं मिल पाया है और आज वह लखनऊ के केजीएमयू अस्पताल (kGMU) में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही। ऐसे हालातों में उसे इंसाफ मिलेगा या नहीं, इस पर अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। पिता के बाद उसके परिवार के सदस्य- चाची और मौसी- की भी मौत हो चुकी। पीड़िता का केस लड़ रहा वकील भी वेंटिलेटर पर है। यह बेहद दर्दनाक स्थिति है कि अब सिर्फ पीड़िता की मां अकेली बेटी के लिए इंसाफ की गुहार लगा रही है।
इंसाफ के लिए विपक्ष एकजुट-
हालांकि इंसाफ की बात पर विपक्ष पूरी तरह से एकजुट होता दिख रहा है। यूपी में प्रियंका गांधी (Priyanka gandhi) द्वारा मिली नई ऊर्जा के बाद कांग्रेस इस मामले को लेकर धरने पर उतर आई है। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) भी इसमें पीछे नहीं रहना चाह रही है। लखनऊ के केजीएमयू में अंदर बाहर नेता और पार्टी प्रतिनिधियों का तांता लगा हुआ है। भाजपा इससे बैकफुट पर भी नजर आ रही है, हालांकि यूपी में पार्टी आलाकमान निष्पक्ष जांच की बात कहकर विपक्ष के प्रहार को निष्क्रय करने की कोशिश करता दिख रहा है। बात मामले में मुख्य आरोप कुलदीप सिंह सेंगर की करें तो भाजपा के नव निर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह का कहना है कि उनके खिलाफ पार्टी से निलंबन की कार्रवाई पहले ही की जा चुकी है।
लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रेप पीड़िता, परिवार धरने पर-
रविवार को हुए सड़क हादसे के बाद से पीड़िता केजीएमयू में भर्ती है जहां उसका इलाज चल रहा है। अस्पताल के डॉक्टर ने बुलेटिन जारी करते हुए कहा है कि पीड़िता लगभद 48 घंटों से बेहोश है। उसकी हालत नाजुक है व फिलहाल उसे लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रख गया है। मंगलवार सुबह केजीएमयू के बाहर ही पीड़िता के परिवार ने प्रदर्शन कर चाचा को पैरोल पर रिहा करने की मांग की। दरअसल उनकी पत्नी और पीड़िता की चाची रविवार को इस हादसे में खत्म हो गई जिनके दाह संस्कार के लिए परिवार ने य मांग की है। इसका हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने संज्ञान लिया और पीड़िता के चाचा को एक दिन की बेल दी है। वह आज (बुधवार को) जेल से निकलेंगे और पत्नी की दाह संस्कार की प्रक्रिया पूरी करेंगे।
कांग्रेस का धरना प्रदर्शन, प्रियंका गांधी की पीएम से अपील-
मामले में सियासी पारा चढ़ता हुआ नजर आया है। सोमवार से कांग्रेस, सपा व बसपा की ओर से मामले पर तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही है। कांग्रेस यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने मामले में पीएम मोदी से अपील करते हुए कहा कि अभी देर नहीं हुई है। उन्होंनें सोशल मीडिया पर दो ट्वीट किए। उन्होंने सवाल किया कि आखिर हम कुलदीप सेंगर जैसे लोगों को राजनीतिक शक्ति और संरक्षण क्यों देते हैं? और पीड़ितों को अकेले ही अपने जीवन की लड़ाई लड़ने के लिए छोड़ देते हैं? आखिर ऐसा क्यों? प्रियंका गांधी ने आगे पीएम मोदी से अपील की और कहा कि प्रधानमंत्री भगवान के लिए इस अपराधी और राजनीति में सक्रिय इसके भाई को अपनी पार्टी द्वारा दी जा रही राजनीतिक शक्ति को रोकें। अभी भी देर नहीं हुई है। इससे पहले कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार 'लल्लू' और सचिन नायक के नेतृत्व में प्रदेश कांग्रेस द्वारा लखनऊ में गांधी प्रतिमा पर प्रदर्शन एवं पीड़िता के लिए प्रार्थना सभा जारी है। उनका कहना है कि उन्नाव रेप कांड में क्रमबद्ध तरीके से पीड़िता के परिवार की हत्या की जा रही है।
मायावती ने कहा- अपराधियों को मिल रहा संरक्षण-
मायावती (Mayawati) ने भी प्रियंका गांधी के सुर में सुर मिलाए और जेल में कैद अपराधियों के राजिनीतिक संरक्षण दिए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि उन्ना से भाजपा सांसद साक्षी महाराज (Sakshi Maharaj) द्वारा जेल में रेप आरोपी विधायक से मिलना यह प्रमाणित करता है कि गैंग रेप आरोपियों को लगातार सत्ताधारी बीजेपी का संरक्षण मिल रहा है, जो इंसाफ का गला घोटने जैसा है। मा. सुप्रीम कोर्ट को इसका संज्ञान अवश्य लेना चाहिए।
अखिलेश मिले रेप पीड़िता से-
मंगलवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केजीएमयू पहुंच रेप पीड़िता का हाल चाल जाना। उससे पहले सोमवार को उन्होंने तीन महिला नेताओं के अस्पताल भेजा था, जिन्होंने परिवार से मुलाकात की। अखिलेश यादव ने पीड़िता का हाल जानने के बाद कहा कि उन्नाव बलात्कार पीड़िता का सड़क दुर्घटना में घायल होना दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। इसने देश की महिलाओं को झकझोर कर रख दिया है।
Published on:
30 Jul 2019 05:13 pm
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