
Truck accident
लखनऊ. उन्नाव गैंगरेप (Unnao Gangrape) पीड़िता के सड़क हादसे के मामले में खूब सियासत हो रही है। कांग्रेस (Congress), बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) व समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) मामले में भाजपा (BJP) सरकार पर जमकर हमला बोल रहे हैं। वहीं भाजपा भी सपा पर प्रहार कर रही है, हालांकि जिस बात को लेकर पार्टी सपा को घेरने की कोशिश कर रही थी, वह बात झूठी साबित हुई है। दरअसल जिस ट्रक से गैंगरेप पीड़िता की गाड़ी को टक्कर मारी गई थी वह सपा नेता की थी ही नहीं। वह ट्रक शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (Pragatisheel Samajwadi Party) के नेता के भाई की थी।
प्रसपा नेता ने दिया बयान-
एक्सीडेंट करने वाले ट्रक का मालिक प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया का नेता नंदू पाल का बड़ा भाई देवेंद्र पाल था। नंदू पाल पहले अखिलेश यादव की पार्टी समाजवादी पार्टी से जुड़ा था। और उसने मंगलवार को दिए एक बयान में कहा है कि 2011 में ही उसने समाजवादी पार्टी छोड़ दी थी। इस समय व प्रसपा का जिला महासचिव है। सपा छोड़ने के बाद उन्होंने मायावती की बहुजन समाज पार्टी ज्वाइन की। और अब बीते वर्ष प्रसपा के गठन के बाद उन्होंने शिवपाल सिंह यादव का साथ देना सही समझा।
क्यों लगाई थी ग्रीस-
ट्रक के नंबर प्लेट पर ग्रीस लगाए जाने का सवाल पर कहा कि वह केवल फाइनेंस कंपनी से बचने के लिए किया गया था। आपको बता दें कि हादसे बाद ट्रक के नंबर को छुपाने के लिए उसपर ग्रीस का इस्तेमाल किया गया था। हालांकि प्रसपा नेता का कहना है कि मोरंग-ईटो के ट्रकों का ऑनलाइन चालान हो जाता है। इससे बचने के लिए नंबर को छिपाया गया था।
पुलिस ने की जांच-
उन्होंने बताया कि रविवार को हुई घटना महज एक हादसा था, जिसकी सच्चाई सीबीआई जांच में सामने आ जाएगी। इसपर लेकिन कुछ लोग राजनीति कर रहे हैं। वहीं पुलिस ने उस बस का इतिहास खंगाला तो पाया है कि ट्रक ड्राइवर, मालिक व उसके परिवार का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है।
Published on:
31 Jul 2019 11:00 pm
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